मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की घोषणा: चार साल की सेवा के बाद अग्निवीरों नहीं होगी नौकरी की चिंता

अग्निवीरों को आरक्षण: पुलिस आरक्षक, जेल प्रहरी, वनरक्षक जैसे पदों पर मिलेगी नौकरी

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने अग्निवीरों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। देश की सेवा के बाद अग्निवीरों को नौकरी की चिंजा से राज्य की विष्णुदेव साय ने मुक्त कर दिया है। 4 साल की सेवा के बाद वापस आने वाले छत्तीसगढ़ के अग्निवीरों के लिए राज्य सरकार विशेष आरक्षण देगी। अग्निवीरों को पुलिस आरक्षक, जेल प्रहरी, जैसे विभिन्न पदों पर प्रथिमकता के आधार पर समावेशित किया जायेगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसकी घोषणा की है।

बता दें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने देश में अग्निवीर योजना लागू की है। इसके तहत युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती किया जा रहा है। अग्निवीरों की ट्रेनिंग के बाद चार साल इनकी सेवाएं बॉर्डर पर ली जाएंगी। चार साल बाद अग्निवीरों की सेवा समाप्त की जाएगी। इस दौरान सरकार द्वारा हर महीने की सैलरी के अलावा रिटायरमेंट फंड भी दे रही है। चार की सेवा के बाद अग्निवीरों को अपने घर लौटने के बाद दूसरी नौकरी करने का ऑप्शन है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अग्निवीरों के लिए सेवा समाप्ति के बाद नौकरी की चिंता से मुक्त करते हुए अहम घोषणा की है।

इस संबंध में सीएम विष्णुदेव साय ने विधानसभा में मीडिया से चर्चा में कहा कि ‘छत्तीसगढ़ राज्य के अग्निवीर जब भारतीय सेना में अपनी सेवा के पश्चात वापस आएंगे तो छत्तीसगढ़ सरकार इन नौजवानों को पुलिस सेवा में आरक्षक, वन सेवा में वन रक्षक और जेल प्रहरी इत्यादि पदों में प्राथमिकता के आधार पर समायोजन की सुविधा देगी। अग्निवीरों को इसके लिए एक निश्चित आरक्षण की सुविधा हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश हमारी सरकार शीघ्र ही जारी करने जा रही है।

रीसेंट पोस्ट्स