सीएम योगी पर बीजेपी को भरोसा, फिर बनाएगी 2027 में यूपी विजय का प्लान
नई दिल्ली| तमाम उठापठक के बीच भाजपा नेतृत्व योगी आदित्यनाथ पर भरोसा जताएगा| वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में 2024 के चुनाव परिणामों की समीक्षा के साथ-साथ 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति तैयार करेगा| योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे और नीति आयोग की बैठक और शनिवार और रविवार को भाजपा के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में भाग लेने से पहले वरिष्ठ भाजपा नेता बीएल संतोष के साथ बैठक की|
दिल्ली आने से पहले मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने 2024 के लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद यूपी के जनप्रतिनिधियों के साथ 20-दिनों की समीक्षा पूरी की, जिसमें भाजपा को करारी हार मिली थी| उन्होंने नतीजों पर ध्यान केंद्रित करते हुए उत्तर प्रदेश के सभी 18 मंडलों के भाजपा सांसदों, विधायकों और एमएलसी से व्यापक समीक्षा बैठकें कीं| बैठकों के दौरान हर प्रतिनिधि ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के मुद्दों और अपेक्षाओं को मुख्यमंत्री के सामने खुलकर रखा| आदित्यनाथ ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी अभी से शुरू करने की सलाह दी है| सूत्रों ने बताया कि उन्होंने अपने क्षेत्रों में हाल के चुनावों से मतदान पैटर्न का विश्लेषण करने और उस विश्लेषण का उपयोग करके अपनी रणनीति बनाने का सुझाव दिया| मंडलवार समीक्षा बैठकें 7 जुलाई को देवीपाटन और अयोध्या मंडलों से शुरू हुईं और शुक्रवार को लखनऊ मंडल के साथ पूरी हुईं|
मुख्यमंत्री ने नेताओं को विकास गतिविधियों को जनता के सामने रखने और विपक्ष की अफवाहों का मुकाबला करने की सलाह दी है| अधिकारियों को हर क्षेत्र के विकास के लिए एक नई रणनीति विकसित करने का निर्देश दिया है| उन्होंने संचार, सक्रिय जुड़ाव और सोशल मीडिया पर ध्यान देने की जरूरत पर जोर दिया|’ आदित्यनाथ ने जनप्रतिनिधियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि उनके क्षेत्रों में विकास गतिविधियों को जनता तक पहुंचाया जाए और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखा जाए| उन्होंने सोशल मीडिया पर विपक्ष द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिशों का मुखर विरोध करने की सलाह भी दी| सूत्रों ने बताया कि उन्होंने विपक्ष के झूठ को उजागर करने और सोशल मीडिया की मदद से जनता के साथ सच्चाई साझा करने का आग्रह किया|
मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों को अपने क्षेत्रों में युवा और महिला संगठनों से जुड़ने का निर्देश दिया है| उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें युवाओं को बिना किसी रिश्वत या जाति, धर्म या पंथ के आधार पर भेदभाव के सरकारी नौकरियों के निष्पक्ष प्रावधान के बारे में बताना चाहिए| जनप्रतिनिधियों को उन लोगों से जुड़ना चाहिए जिन्होंने बिना किसी पक्षपात या रिश्वत के नौकरी हासिल की है और स्थानीय एथलीटों के साथ निरंतर संवाद बनाए रखना चाहिए| उन्होंने उन्हें यह भी निर्देश दिया कि यदि कोई अधिकारी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में अनिच्छा दिखाता है तो वे लिखित शिकायत दर्ज करें और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया| दोनों उपमुख्यमंत्री- केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक- सीएम की अध्यक्षता में इन समीक्षा बैठकों से गायब रहे| मौर्य ने हाल ही में आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कई कैबिनेट बैठकों को भी छोड़ दिया है| सीएम के दौरे के दौरान भाजपा नेतृत्व से इस पर भी चर्चा होने की उम्मीद है|