विनेश फोगाट आयोग्‍य घोषित: टूटी पदक की उम्‍मीद, जानिये..क्‍यों फाइनल नहीं खेल पाएगी भारतीय पहलवान

Vinesh Phogat in Paris Olympics: भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में महिला कुश्ती के फाइनल में जगह बनाई थी। उन्हें 50 ग्राम ज्यादा वजन होने की वजह से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। उन्होंने क्यूबा की रेसलर को हराकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। अब भारत का मेडल का सपना टूट गया है। यदि विनेश आज फाइनल जीतती ह तो भारत के खाते में गोल्ड मेडल पक्का हो जाता। बता दे कि विनेश फोगाट ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई थी। उन्हें 50 किलोग्राम वाले सर्कल में 100 ग्राम ज्यादा वजन होने के चलते अयोग्य घोषित किया गया है।

युस्नेलिस गुजमैन लोपेज को 5-0 से करारी शिकस्त देते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। शुरू के 10 मिनट के खेल में दोनों खिलाड़ियों को एक भी पॉइंट नहीं मिल सका था। इसके बाद विनेश फोगाट ने 1 अंक दर्ज किया और पहले राउंड में 1 पॉइंट से बढ़त बनाई। दूसरे राउंड में विनेश फोगाट ने शानदार परफॉर्म करते हुए 2 अंक दर्ज किया। इसके बाद उन्होंने 5–0 से बढ़त बनाई। आखिरी के जब 37 सेकेंड बचे तो विनेश 5–0 से आगे थी।

सेमी फाइनल से पहले क्वार्टर फाइनल मैच में यूक्रेन की खिलाड़ी ओकसाना लिवाच को 7–5 से विनेश ने हराया था। क्वार्टर फाइनल से पहले जापान की युवी सुसाकी को 3–2 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह सुरक्षित की थी। विनेश कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई गेम्स में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान भी है। उन्होंने वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में कई मेडल अपने नाम किए हैं। 2019 में लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय एथलीट बनी थी।

फाइनल में विनेश फोगाट का सामना यूएसए की सारा एन हिल्डेब्रांट से होना था। विनेश ओलंपिक में पहली बार 50 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश कर रही थी। इससे पहले वह 53 किग्रा वर्ग में खेलती थी। विनेश के पास ओलंपिक छोड़ हर बड़े खेल का पदक है। इसमें राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण, एशियाई खेल का खिताब, विश्व चैंपियनशिप के दो कांस्य के साथ एशियाई चैंपियनशिप के आठ पदक शामिल हैं। वह रियो और तोक्यो ओलंपिक में हालांकि पदक नहीं जीत सकी थी। 29 साल की विनेश फोगाट ने पिछले साल भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृज भूषण सिंह शरण पर यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाने के बाद उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए काफी समय मैट से दूर बिताया था। अब उनके अयोग्य घोषित होने के साथ भारत के गोल्ड मैडल का सपना चकनाचूर हो गयाहै।