तस्करों की तलाश में 125 जवानों की छापेमारी: इसी गांव में तीन दिन पुलिस से बचने एक तस्कर ने उफनती शंख नदी में लगा दी थी छलांग

जशपुरनगर। जशपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ और झारखण्ड की अंतर्राजीय सीमा पर लोदाम थाना क्षेत्र में स्थित साईं टांगरटोली में जशपुर पुलिस की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार की तड़के 4 बजे एसपी शशि मोहन सिंह और एएसपी अनिल सोनी के नेतृत्व में 125 पुलिस के जवान साईंटांगर टोली गांव को चारो तरफ से घेर लिया और मवेशी तस्करो की तलाशी के लिए अभियान चलाया। एसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि मवेशी तस्करी के विरुद्ध आपरेशन शंखनाद के अंतर्गत यह कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के दौरान अब तक 7 मवेशी तस्करो को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही 14 वाहन जब्त करते हुए 39 मवेशियों को संरक्षित किया गया है।

अंतराज्यी सीमा पर स्थित साईंटांगर टोली,मवेशी तस्करी के लिए कुख्यात रहा है। पहली बार पुलिस प्रशासन ने इस बड़े पैमाने में गांव में कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान विरोध की आशंका को देखते हुए पुलिस की टीम दंगा विरोधी साजो समान से लैस थी। जशपुर पुलिस की टीम बीते 7 महीनो से मवेशी तस्करी के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है। इसके लिए एसपी ने विशेष पुलिस दल का गठन किया है। इस अभियान में जशपुर पुलिस ने आपरेशन शंखनाद से पहले 39 मवेशी तस्करो को गिरफ्तार करते हुए 12 वाहनो को जब्त कर चुकी है। पुलिस प्रशासन ने तस्करो के चुगल से 340 गौ वंश को मुक्त करा,संरक्षित करने की कार्रवाई की है। तस्करो पर नकेल कसने के लिए जशपुर पुलिस टायर किलर का प्रयोग कर रही है।

पिकप में मवेशी तस्करी के दौरान तस्कर वाहन को 120 से अधिक की स्पीड में वाहन चलाते है। इस दौरान वाहन को रोकना या उसका पीछा करना जोखिम भरा होता है। नाकाबंदी और बेरियर को तोड़ने से भी तस्कर नहीं झिझकते हैँ। इसलिए नाकबंदी के दौरान सड़क पर लोहे का काटा लगा हुआ सरिया सड़क पर रख देते हैँ। जैसे ही कोई वाहन पुलिस की अनुमति के बिना नाका बंदी तोड़ कर भागने का प्रयास करता है,लोहे के कांटे में टायर पंक्चर हो जाता है और तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ जाता है।