महाराजा चौक में कभी भी हो सकती है जानलेवा दुर्घटना: रात्रि के समय बंद रहती है लाईट, अतिक्रमण से आवागमन हुआ संकुचित
दुर्ग (चिन्तक)। कसारीडीह से बोरसी मार्ग के बीच स्थित महाराजा चौक में भारी अव्यवस्था का आलम है। चौक में चारो तरफ अतिक्रमण की भरमार है जिसके कारण आवागमन का मार्ग संकुचित हो गया है। रात्रिकाल के समय से महाराजा चौक अंधेरे डूबा रहता है। फलस्वरूप कभी भी बड़ी जानलेवा दुर्घटना घटित हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि महाराजा चौक शहर के सबसे व्यस्ततम मार्गो में से एक है। इ मार्ग से पदमनाभपुर, कसारीडीह, बोरसी का संपर्क बना हुआ है। दूसरी तरफ जेल रोड से बाईपास मार्ग भी है। इस वजह से पूरे समय काल तक वाहनो का आना जाना बना रहता है।
वर्तमान में महाराजा चौक के चारो तरफ अतिक्रमण की भरमार है। जगह जगह ठेलो का जमावड़ा है। इसके अतिरिक्त दूकानदारों ने भी अपनी दूकान की सीमाएं बढा दी है। इस वजह से आवागमन का मार्ग दिनो दिन संकुचित होने लगा है। चौपहिया वाहनो को निकलने मेंं तकलीफ हो रही है।
कई बार भारी वाहन के आने पर जान की स्थिति भी बन जाती है। चाट ठेले व अन्य ब्यंजनो के स्टाल सड़क पर लगने शुरू हो गये है। जहां वाहनो को बेतरतीब ढंग से खड़ा कर दिया जाता है। इसके कारण कई बार दुपहिया वाहनो व पैदल चलने वालो को भी तकलीफ होती है। रात्रि के समय पूरा चौक अंधेरे में डूबा रहता है।
यातायात को व्यवस्थित करने पुलिस कर्मी भी नजर नही आते जबकि चौक से कुछ ही दूरी पर पदमनाभपुर थाना है। पुलिस व निगम प्रशासन की लापरवाही से चौक मेंं बड़ी दुर्घटना के घटित होने की संभावना बढ़ गयी है।