दुर्ग पुलिस ने पकड़ा 11 लाख का गांजा, पिकअप में चेंबर बनाकर हो रही थी तस्करी

दुर्ग। दुर्ग जिले के जेवरा सिरसा चौकी क्षेत्र में पुलिस ने 11 लाख का गांजा जब्त करने में सफलता पाई है। पुलिस को चकमा देने के लिए तस्करों ने पिकअप में गुप्त चेंबर बना रखा था। पुलिस की घेराबंदी के कारण गिरफ्तारी के डर से तस्कर पिकअप छोड़कर भाग गए। पुलिस ने जब बारीकी से जांच की तो खाली पिकअप में गुप्त चेंबर दिखा। जिसे खोलने पर पुलिस की आंखें फटी की फटी रह गईं। पिकअप से 104 पैकेट में कुल 113 किलो गांजा कीमती 11 लाख बरामद किया। पुलिस ने थोड़ी दूरी पर एक खाली पिकअप भी बरामद किया। पुलिस को तस्कारों की तलाश है।

बता दें जिलें में हो रहे नशे के कारोबार को रोकने एसपी जितेन्द्र शुक्ला द्वारा गंभीरता से नशे के कारोबारियों पर कार्रवाई का निर्देश दिया है। इसी कड़ी में एसीसीयू टीम को मुखबीर से सूचना मिली कि जेवरा सिरसा चौकी क्षेत्र अंतर्गत भटगांव निवासी संतोष द्वारा उड़िसा से बहुत भारी मात्रा में गांजा लाकर स्थानीय स्तर पर सप्लाई करने की तैयारी है। उसके द्वारा दो माल वाहक (टाटा डीआई 207) में गुप्त चेंबर बनाकर गांजा की तस्करी किए जाने की सूचना मिली।

सूचना पर एसीसीयू टीम द्वारा लगातार संदेही पर नजर रखी जा रही थी। इसबीच पता चला कि एक वाहन उडिसा गांजा लेने भेजा गया था। इसके बाद एसीसीयू टीम द्वारा लगातार चौंकी जेवरा सिरसा के आस-पास के गांव भटगांव, करंजा भिलाई, रवेलीडीह, समोदा, अरसनारा में पतातलाश किया जा रहा था। इसी दौरान पता चला कि आरोपियों द्वारा जेवरा सिरसा धमथा मार्ग पर गांजा खपाने का प्रयास किया जा रहा है। सूचना पर एसीसीयू एवं चौकी की संयुक्त टीम द्वारा घेरा बंदी की गई। इस बीच मंगलवार 13 अगस्त को मुखबिर से सूचना मिली कि कचांदूर गौठान खार के पास सफेद रंग की एक माल वाहक छिपाकर रखा गया है।

मुखबिर के बताए गए स्थान पर देखने पर एक मालवाहक सफेद रंग की डीआई सीजी 04 जे. 4787  लावारिस हालत में खड़ी थी।आासपस पतासाजी करने पर कोई नहीं मिला। संदेह होने पर उक्त वाहन का बारिकी से निरीक्षण किया गया। वाहन के ट्राली के नीचे चेंबर बना हुआ मिला जिसके अंदर 104  पाकेट गांजा कुल 113 किलो बरामद किया गया। उक्त गांजा का बाजार मूल्य करीब 11 लाख 25 रुपए है। पुलिस ने उक्त गांजा जब्त किया। पुलिस ने कचांदूर गौठान से लगभग एक किमी दूरी पर दूसरा वाहन बरामद किया गया जो झाडियों के बीच में छिपाकर खड़ी किया गया था। इस वाहन में भी गुप्त चेंबर बना हुआ था। जांच करने पर इसमें कुछ भी नहीं मिला तो पुलिस ने गाड़ी जब्त कर ली। इस पूरी कार्रवाई में एएसआई नरेन्द्र सिंह राजपूत, गुप्तेश्वर यादव, पूर्ण बहादुर, शशीकांता, प्रधान आरक्षक प्रदीप ठाकुर, जितेन्द्र सिंह, रोशन भुवाल, पुनेश साहू, आरक्षक जूगनू, पन्ने लाल, संतोष कुमार, हेमेन्द्र बंछोर, श्याम सिंह, चित्रसेन साहू आदि की सराहनीय भूमिका रही।