सूरजपुर हत्याकांड मामले में साय सरकार का सख्त फैसला…हटाए गए सूरजपुर SP, हमलावर को थानेदार से लेकर SP तक का था संरक्षण

रायपुर| छत्तीसगढ़ में कानून-व्यवस्था को लेकर सीएम विष्णुदेव साय सख्त हो गए हैं। इसी क्रम में सोमवार को आधी रात आदेश जारी कर सूरजपुर एसपी एमआर अहिरे को हटा दिया है। उन्हें पुलिस मुख्यालय में बिना किसी प्रभार के बतौर एआईजी बिठा दिया गया है। इधर, जगदलपुर में 5वी वाहिनी के कमांडेंट प्रशांत ठाकुर को सूरजपुर एसपी बनाया गया है। प्रशांत ठाकुर दुर्ग और धमतरी समेत कुछ जिलों में एसपी रह चुके हैं। बता दें कि सूरजपुर में करीब 10 दिन पहले जिलाबदर बदमाश और साथियों ने वहीं पदस्थ हवलदार के घर में घुसकर उसकी पत्नी और बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी थी।

इसी बदमाश और साथियों ने एक रात पहले एक सिपाही पर खौलता हुआ तेल डाल दिया था। इन वारदातों में पुलिसिंग की गंभीर खामियां सामने आई थीं, जिन्हें सीएम साय ने अपने निवास पर शनिवार को बुलाई गई हाई लेवल मीटिंग में रेखांकित किया था। सीएम ने पुलिसिंग में ऐसी लापरवाही पर एसपी को जिम्मेदार ठहराकर कार्रवाई के निर्देश भी दिए थे। उस निर्देश के आधार पर पहली कार्रवाई सूरजपुर में की गई है। बता दें कि पुलिस ने मास्टरमाइंड कुलदीप साहू से पिस्टल बरामद कर लिया है। कुलदीप ने भागते हुए पुलिस पर 8 राउंड फायरिंग की थी।

बताया गया कि कुलदीप के अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाया जाएगा। घर को ढहाकर पार्क बनाने की तैयारी है। कुलदीप साहू को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। दरअसल, हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप साहू को 20 अक्टूबर 2023 को तत्कालीन जिला दंडाधिकारी संजय अग्रवाल ने एक साल के लिए जिलाबदर किया था। इस दौरान वो पुलिस के संरक्षण में सूरजपुर में घूमता रहा। पुरानी बाजार कृषि मंडी रोड के दुर्गापूजा समिति का अध्यक्ष भी था। इसके बकायदे कार्ड भी बांटे गए थे।

एसपी से लेकर टीआई स्तर तक के अधिकारी मुख्य आरोपी को संरक्षण देने के आरोपों से घिरे हैं। इसलिए सरगुजा आईजी अंकित गर्ग ने मुख्य आरोपी को पुलिस संरक्षण देने की जांच के लिए अलग से जांच टीम बनाई है। आरोपी को धारा 188 के तहत गिरफ्तारी के बाद जमानत पर होने की जानकारी पुलिस ने दी थी। इन आरोपों के बाद अब एसपी पर गाज गिरी है।