US Election 2024: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव का मतदान, इन राज्यों पर सबकी निगाहें, कब आएंगे नतीजे, जानें A टू Z डिटेल्स

US Election 2024: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में इस बार मुकाबला कांटे का है। राष्ट्रपति पद के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। यह चुनाव 5 नवंबर को होने वाला है, लेकिन नतीजों की घोषणा में देरी हो सकती है। अमेरिका और दुनियाभर की निगाहें इन चुनावों पर टिकी हैं, जहां बेहद कड़ी टक्कर के चलते वोटों की गिनती में ज्यादा समय लग सकता है। कई राज्यों में वोटिंग मार्जिन में बेहद कम अंतर होने की संभावना है, जिससे रीकाउंटिंग भी हो सकती है।

चुनाव की तारीख और पोलिंग टाइमिंग
अमेरिका में चुनाव इस बार 5 नवंबर को निर्धारित किए गए हैं। 19वीं सदी से नवंबर के पहले मंगलवार को अमेरिका में चुनाव होते हैं। मतदान सुबह 7 बजे से 9 बजे (स्थानीय समय) के बीच शुरू होगा। अमेरिका के कई टाइम जोन होने के कारण मतदान भारतीय समय अनुसार शाम 4:30 बजे से शुरू होकर अगले दिन सुबह 6:30 बजे तक चलेगा। एग्जिट पोल्स भारतीय समय अनुसार बुधवार तड़के 2:30 बजे से शुरू होंगे।

नतीजे कब होंगे घोषित?
मतदान पूरा होते ही राज्यवार नतीजे आना शुरू हो जाएंगे। हालांकि, आधिकारिक घोषणा तब तक नहीं की जाएगी जब तक सभी वोटों की गिनती पूरी नहीं हो जाती। इस साल तंग मुकाबले की वजह से, खासकर स्विंग राज्यों में नतीजों में देरी हो सकती है। कई राज्यों में पोस्टल और मेल बैलट्स की गिनती में समय लगेगा, जिससे नतीजे आने में देरी संभव है। पिछली बार की तरह इस साल भी पेंसिल्वेनिया और नेवादा जैसे प्रमुख राज्यों से नतीजे देर से आने की संभावना है।

स्विंग राज्यों में कड़ी टक्कर
इस चुनाव में कई स्विंग राज्य अहम भूमिका निभा रहे हैं। पेंसिल्वेनिया, नॉर्थ कैरोलाइना, जॉर्जिया, मिशिगन, एरिजोना, विस्कॉन्सिन और नेवादा में कड़ा मुकाबला है। इनमें से नॉर्थ कैरोलाइना और विस्कॉन्सिन में नतीजे चुनाव रात को आ सकते हैं। वहीं, जॉर्जिया, मिशिगन, एरिजोना और पेंसिल्वेनिया जैसे राज्यों में गिनती देर तक चल सकती है। चुनावी प्रक्रिया में कानूनों और वोटिंग के तरीकों में बदलाव के कारण भी देरी हो सकती है।

पेंसिल्वेनिया में सबसे अहम मुकाबला
पेंसिल्वेनिया इस चुनाव में सबसे महत्वपूर्ण स्विंग राज्य है। यहां पर गिनती में देरी की संभावना अधिक है क्योंकि यहां 7 बजे से पहले बैलट पेपर की गिनती शुरू नहीं हो सकती। बैलट पेपर को सीक्रेट लिफाफे में रखकर भेजा जाता है, जिसे फिर से कवर लिफाफे में रखकर भेजना होता है। इसमें समय लग सकता है। इसके चलते पिछले चुनाव में भी पेंसिल्वेनिया के नतीजे सबसे बाद में आए थे, और इस बार भी यही होने की संभावना है।

जानें, क्या है चुनाव से जुड़ी अहम तारीखें
5 नवंबर को चुनाव होने के बाद 6 नवंबर से 11 दिसंबर तक नतीजों का प्रमाणन किया जाएगा। 17 दिसंबर को इलेक्टोरल कॉलेज अपने आधिकारिक वोट डालेगा। इसके बाद 6 जनवरी 2025 को कांग्रेस इलेक्टोरल वोटों की पुष्टि करेगी और 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा।

कमला हैरिस ने किया डोर टू डोर कैंपेन
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने सोमवार को पेंसिल्वेनिया के छोटे शहरों में डोर-टू-डोर कैंपेन किया। अपने प्रचार के दौरान हैरिस ने आम मतदाताओं से सीधे संपर्क बनाया है। इसके तहत हैरिस ने स्थानीय घरों का दौरा किया, जहां उन्होंने मतदाताओं के साथ बातचीत की और उनकी समस्याओं को समझा। हैरिस साथ पेंसिल्वेनिया के गवर्नर जोश शापिरो भी मौजूद रहे।

डोनाल्ड ट्रम्प ने पिट्सबर्ग में की रैली
दूसरी ओर, डोनाल्ड ट्रंप ने पिट्सबर्ग में एक विशाल रैली की। ट्रंप अपने समर्थकों को रैली के माध्यम से अपनी नीतियों के बारे में जानकारी दे रहे हैं और लोगों से वोट डालने की अपील कर रहे हैं। ट्रंप के मुताबिक, उनकी नीतियां अमेरिका को फिर से महान बनाएंगी। उनके इस बयान पर भारी संख्या में समर्थक उनकी तारीफ कर रहे हैं और उनका समर्थन कर रहे हैं।

गुआम आईलैंड में शुरू हुआ मतदान
अमेरिका के गुआम आईलैंड में 5 नवंबर को सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया। हालांकि, गुआम के निवासियों का वोट राष्ट्रपति चुनाव के अंतिम परिणाम को प्रभावित नहीं करता, क्योंकि यहां के वोटों का इलेक्टोरल कॉलेज में हिस्सा नहीं होता है। गुआम के निवासी अपने क्षेत्रीय प्रतिनिधियों और स्थानीय सरकार के लिए वोट कर रहे हैं।

सर्वेक्षणों में दिखा मिश्रित रुझान
चुनावी सर्वे के मुताबिक, कमला हैरिस और ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर है। कई सर्वेक्षणों में हैरिस को मामूली बढ़त मिली है, जबकि कुछ में ट्रम्प ने बढ़त हासिल की है। Ipsos और YouGov के सर्वे में हैरिस को बढ़त दिख रही है, वहीं AtlasIntel के सर्वे में ट्रंप को थोड़ा आगे बताया गया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वोटों की गिनती के बाद वास्तविक नतीजा क्या आता है। अंतिम नतीजा किसके पक्ष में जाएगा, यह देखना दिलचस्प होगा।