पति ने हाई कोर्ट में तलाक के लिए दायर की थी याचिका, जब आई फैसले की घड़ी, हो गया गजब
बिलासपुर। मनमुटाव और आपसी विवाद के चलते सात फेरे के रिश्ते में ऐसी खटास आई कि पति ने परिवार न्यायालय का रुख कर लिया। हालांकि परिवार न्यायालय ने शादी के पवित्र रिश्ते को बचाने की भरपूर कोशिश की और पति की विवाह विच्छेद के आवेदन को खारिज कर दिया। परिवार न्यायालय के फैसले को चुनौती देते हुए पति ने छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में याचिका दायर कर तलाक की अनुमति मांगी। मामला लंबा चला। इस बीच हाई कोर्ट ने पति-पत्नी के बीच मनमुटाव को दूर करने मीडिएशन का सहारा लिया। दोनों के बीच लगातार बातचीत का असर भी दिखाई दिया। आपसी सहमति और जरुरत शर्तों के साथ दोनों ने एक बार फिर साथ रहने और घर बसाने का निर्णय लिया है। इस समझौते की महत्वपूर्ण मासूम बेटे ने निभाई। बेटे के भविष्य की खातिर पति-पत्नी साथ रहने राजी हो गए हैं।