मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को दी 50 मोटरसाइकिलें

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नारायणपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नक्सल प्रभावित बस्तर अंचल की सुरक्षा को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। नारायणपुर स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कैंप में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सुरक्षा बलों को गश्त के लिए 50 मोटरसाइकिलें प्रदान कीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और जवानों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें राज्य की आंतरिक सुरक्षा की रीढ़ बताया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि “हमारी सरकार बस्तर अंचल की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। नक्सल उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे अभियानों को और अधिक प्रभावशाली बनाने हेतु इस प्रकार के संसाधन अत्यंत आवश्यक हैं। ये मोटरसाइकिलें न केवल सुरक्षा बलों की आवाजाही को आसान बनाएंगी, बल्कि दुर्गम और सघन वन क्षेत्रों में भी जवानों की गश्त को प्रभावी बनाएंगी। ” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का लक्ष्य केवल नक्सलवाद का खात्मा नहीं, बल्कि स्थायी शांति और विकास को कायम रखना है। इस पहल से स्थानीय जनता में भी विश्वास और सुरक्षा की भावना बढ़ेगी।

बीएसएफ जवानों का हुआ सम्मान कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने सीमा सुरक्षा बल के जवानों से मुलाकात की और उनकी निस्वार्थ सेवा की सराहना की। उन्होंने कहा कि बस्तर के वीर जवानों की बदौलत आज नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति में सुधार हो रहा है और आमजन धीरे-धीरे मुख्यधारा में लौट रहे हैं। मुख्यमंत्री ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा, “आपका साहस, समर्पण और अनुशासन ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।” स्थानीय युवाओं के लिए प्रेरणा

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि बस्तर के युवाओं को अधिक से अधिक सुरक्षा बलों और प्रशासनिक सेवाओं से जोड़ा जाए। इसके लिए विशेष भर्ती अभियान, प्रशिक्षण कार्यक्रम और स्कॉलरशिप योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि मोटरसाइकिल गश्त से सुरक्षा बलों को न केवल नक्सल मूवमेंट की निगरानी में मदद मिलेगी, बल्कि इससे समय पर कार्रवाई करना भी संभव होगा। शांति की दिशा में ठोस कदम कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों ने बताया कि मोटरसाइकिल गश्त दलों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है और उन्हें जीपीएस व संचार उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। इससे सुरक्षा बलों की मोबिलिटी और रिस्पॉन्स टाइम में महत्वपूर्ण सुधार होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2026 तक नक्सलवाद को प्रदेश से जड़ से समाप्त करने का लक्ष्य तय किया गया है, और राज्य सरकार इस दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि “यह लड़ाई सिर्फ हथियारों की नहीं, बल्कि जनविश्वास की भी है। जब लोग सरकार और सुरक्षा बलों पर विश्वास करेंगे, तभी यह क्षेत्र स्थायी रूप से शांत और समृद्ध हो सकेगा।”