वरमाला के बाद दुल्हन पक्ष ने रख दी ऐसी डिमांड, ना मानने पर 4 दिन गायब रहा दूल्हा, फिर हुई शादी
मुजफ्फरपुर| शादी का सीजन चल रहा है| ऐसे में एक दूल्हा सज धज कर घोड़े पर बैठ शादी के सपने संजोए बैंड बाजे और बाराती के साथ दुल्हन के घर पहुंचा, लेकिन उसे क्या पता था कि उसके साथ कांड होने वाला है| चलिए आपको पूरी घटना बताते हैं|
दरअसल, मुजफ्फरपुर के पियर थाना क्षेत्र के पीरापुर गांव के रहने वाले एक युवक की शादी बरियारपुर थाना क्षेत्र के राजापाकड़ गांव की एक लड़की के साथ तय हुई थी| सबकुछ अच्छा चल रहा था| 18 नवंबर को दोनों की शादी थी| लड़का शादी के लिए शेरवानी पहन सज धजकर जब पहुंचा, तब उसका खूब स्वागत हुआ| सभी बारातियों के भी नाश्ते खाने का इंतजाम किया गया| फिर दूल्हे और दुल्हन ने एक दूसरे को माला पहनाई| उसके बाद पूरी कहानी ने ही अलग मोड़ लिया|
लड़की वालों ने की 2 लाख रुपए की मांग
बता दें कि जैसे ही वरमाला के बाद शादी करने के लिए दूल्हा मंडप तक पहुंचा वैसे ही लड़की पक्ष वालों ने उसका रास्ता रोक लिया और कहा यह शादी नहीं हो सकती| यह सुन लड़का और बाराती हैरान हो गए| तब लड़के वालों ने पूछा कि यह शादी क्यों नहीं होगी| तभी लड़की पक्ष ने उनसे 2 लाख रुपए की मांग की और कहा पैसे दो फिर शादी होगी| इतना ही नहीं लड़की वालों ने दूल्हे और दुल्हे के पिता को चार दिनों तक बंधक बनाकर रखा|
दूल्हे ने की रहने में शिकायत
घटना के अगले दिन मामले को लेकर दोनों पक्ष के लोगों ने पंचायत बैठाई| लेकिन वहां भी मामले का निपटारा नहीं हुआ तो लड़के ने बरियारपुर थाने में लिखित आवेदन दिया| इसके बाद पुलिस की एंट्री हुई| उसने दिए गए आवेदन में बताया कि मेरी शादी 18 नवंबर को बरियारपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक लड़की से होनी थी| जब वह लड़की के घर पहुंचा और वरमाला की रस्म पूरी हुई, लड़की पक्ष वालों ने शादी से इंकार कर दिया और 2 लाख रुपए की मांग कर दी| साथ ही मुझे और मेरे पिता को बंधक बनाकर रख लिया|
बरियारपुर थाना अध्यक्ष चांदनी कुमारी सांवरिया ने बताया कि राजापाकड़ गांव में बंधक बने दुल्हा और उसके पिता को मुक्त कराया गया| फिर दोनों पक्षों को समझा बुझाकर ग्रामीणों और पुलिस की मौजूदगी में गांव के ही एक मंदिर में दोनों की राजामंदी से दोनों की शादी कराई गई|