आर अश्विन ने किया रिटायरमेंट का ऐलान, एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट था उनका आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला

R Ashwin Retirement: टीम इंडिया के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2025 के बीच इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में मौका मिला था, लेकिन उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। आगे शायद उनको मौका मिलने की उम्मीद कम है, क्योंकि ब्रिसबेन में रविंद्र जडेजा ने अच्छी बल्लेबाजी की। अश्विन के रिटायरमेंट की भनक तो उसी समय लग गई थी जब वे ड्रेसिंग रूम में इमोशनल नजर आए थे और विराट कोहली ने हग किया था, लेकिन इसका आधिकारिक ऐलान मैच के बाद किया गया। खुद आर अश्विन मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान रोहित शर्मा के साथ आए और उन्होंने तत्काल प्रभाव से अपने संन्यास की घोषणा की।

रविचंद्रन अश्विन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह भारतीय क्रिकेटर के रूप में सभी प्रारूपों में और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेरा आखिरी दिन होगा। मुझे लगता है कि एक क्रिकेटर के रूप में मुझमें अभी भी कुछ दमखम बाकी है, लेकिन मैं क्लब स्तर के क्रिकेट में इसे उजागर करना और शायद दिखाना चाहूंगा, लेकिन यह आखिरी दिन होगा। मैंने अपने करियर का आनंद लिया है। मुझे कहना चाहिए कि मैंने अपने और अपने कई अन्य साथियों के साथ बहुत सारी यादें बनाई हैं, भले ही मैंने पिछले कुछ वर्षों में उनमें से कुछ को खो दिया हो।”

अश्विन ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “बहुत सोचने के बाद, मैंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए यह एक अविश्वसनीय यात्रा रही है, जो अविस्मरणीय क्षणों से भरी हुई है। मेरे साथियों, कोचों, बीसीसीआई और सबसे महत्वपूर्ण रूप से प्रशंसकों को उनके अटूट समर्थन के लिए धन्यवाद। आगे नई चुनौतियों का इंतजार है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट हमेशा मेरे दिल में एक खास जगह रखेगा।”

287 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले रविचंद्रन अश्विन आगे आपको इंटरनेशनल क्रिकेट में नजर नहीं आएंगे। हालांकि, वे आईपीएल अभी भी खेलना जारी रखेंगे। चेन्नई सुपर किंग्स यानी सीएसके ने उनको 9.75 करोड़ रुपये में खरीदा है। अगर वे 2025 में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो चेन्नई की टीम फिर से उनको रिटेन कर सकती है। वे एमएस धोनी के साथ ऐसा करते आए हैं और अपने इस चहेते क्रिकेटर के लिए भी वे ऐसा कर सकते हैं। सीएसके की एकेडमी के साथ भी अश्विन पार्टनरशिप कर चुके हैं, जहां उनको बड़ा पद मिला है। डोमेस्टिक क्रिकेट भी वे अब खेलते नजर नहीं आएंगे।

ऑफ स्पिनर अश्विन ने भारत के लिए कुल 287 मैच खेले हैं। इनमें से 106 टेस्ट मैचों में कुल 537 विकेट अपने नाम किए हैं। 200 पारियों में उनको गेंदबाजी करने का मौका मिला। वे 37 बार फाइव विकेट हॉल प्राप्त करने में सफल रहे हैं, जबकि 8 बार वे मैच में 10 या इससे ज्यादा विकेट निकालने में सफल रहे। उनका बेस्ट बॉलिंग में 59 रन देकर 7 विकेट पारी में और मैच में 140 रन देकर 13 विकेट लेना है। वहीं, 116 वनडे इंटरनेशनल मैचों में उन्होंने 156 विकेट चटकाए हैं। अश्विन को कभी भी वनडे क्रिकेट में फाइव विकेट हॉल नहीं मिला। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में भी वे एक बार भी फाइफर नहीं निकाल सके। 65 मैचों में उनको 72 विकेट मिले।

अश्विन एक बल्लेबाज के तौर पर भी टेस्ट क्रिकेट में सफल रहे हैं। उन्होंने ऑलराउंडर के तौर पर काफी रन बनाए। टेस्ट क्रिकेट की 151 पारियों में उन्होंने 3503 रन बनाए, जिनमें 6 शतक और 14 अर्धशतक उनके बल्ले से निकले हैं। उनका बेस्ट स्कोर 124 रन है। वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में उनको 116 में से 63 पारियों में बल्लेबाजी करने का मौका मिला और वे 707 रन ही बना सके। उन्होंने एक अर्धशतक वनडे क्रिकेट में जड़ा। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अश्विन की 19 बार बैटिंग आई। वे 184 रन ही बना सके। उनका बेस्ट स्कोर 31 रन है।