बोरवेल से पानी की जगह निकल रही आग, दहशत में पूरा गांव
सूरजपुर| सूरजपुर जिले से अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जिसकी वजह से भैयाथान जनपद का धरमपुर (चिकनी) गांव इन दिनों से चर्चा में हैं। चर्चा इसलिए क्योंकि यहां पानी के लिए खोदे गए बोर से आग निकल रही है। बोर के सुरंग के मुंह के पास माचिस जलाते ही आग जलने लगती है। यह आग तब तक जलती ही रहती है जब तक गीला जूट का बोरा न बांध दिया जाए।
बोर से गैस के रिसाव से यह घटना हो रही है। गांववाले भी इस दृश्य को देखने पहुंच रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर इस घटना का वीडियो तेजी से प्रसारित हो रहा है। बोर से गैस रिसाव और उसमें माचिस जलाने से आग लगने की यह भैयाथान क्षेत्र की पहली घटना है। जिस धरमपुर गांव के बोर से गैस रिसाव हो रहा है वह एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के नजदीक है। इस क्षेत्र में कोयले का अकूत भंडार हैं। कोयले की खदानें भी आसपास के क्षेत्र में संचालित हैं।
दरअसल, धरमपुर के आश्रित ग्राम चिकनी निवासी सेवानिवृत्त वीरेंद्र त्रिपाठी ने स्व भानसाय कंवर के खेत को किराए पर लिया है। रविवार को खेत में सिंचाई के उद्देश्य से 350 फीट बोर खनन कराया गया। बोर खनन के बाद सुरंग के ऊपरी हिस्से में पानी तेजी से उथल -पुथल हो रहा था। पानी के साथ ही तेज हवा बाहर निकलने के कारण ऐसा हो रहा था। बोर करने वाले भी इसका कारण नहीं बता सके।
बोर के केसिंग पाइप में ढक्कन लगाने के लिए ढक्कन को जाम करने साल्वेंट लगाकर उसे आग की तपिश देने पर आग की लपटें निकलने लगी। ढक्कन भी बंद नहीं हो रहा था, वह बार-बार बाहर निकल जा रहा था।जिसके नहीं बुझने पर जूट का गीला बोरी ढंक कर उसे बुझाया गया। तब आभास हुआ कि किसी गैस के कारण आग लग रही है। उसके बाद पुनः बोर का ढक्कन खोलकर बाहर निकलने वाले पानी में माचिस जलाने से आग की तेज लपटें निकलने लगी। इस बात की खबर तेजी से फैली। देखते ही देखते वहां ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा।
सेवानिवृत्त प्राचार्य वीरेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि बोर के पास पहुंच रहे लोग बोर से निकलने वाले पानी और गैस से आग का नजारा दिखाने का दबाव बना रहे है। जिससे वे परेशान हो गए है। उन्होंने बोर केसिंग में ढक्कन बन्द कर वहां दो लोगों को तैनात कर दिया है। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना तहसीलदार भटगांव को भी दे दी गई है।
एसईसीएल भटगांव क्षेत्र की रेस्क्यू टीम ने सोमवार को मौके पर पहुंचकर वास्तविकता की जानकारी ली। उनका मानना है कि बोर से संभावित पानी के साथ मीथेन गैस निकल रही है। यही वजह है कि पानी मे मीथेन गैस के रिसाव की वजह से माचिस जलाने से आग लग रही होगी। ऐसे में अभी भी पानी मे आग लगने का रहस्य बरकरार है। इधर इस घटना की हकीकत जानने लोगों की जिज्ञासा बढ़ रही है।
क्या कहते हैं अफसर
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग सूरजपुर के एसडीओ वीके मिश्रा ने घटना को लेकर बताया कि “मेरे 42 वर्षों के कार्यकाल की यह पहली घटना है। बोरिंग से निकलने वाले पानी में आग लगना कोई रासायनिक कारण ही होगा। प्रायोगिक परीक्षण के बाद ही वस्तुस्थिति स्पष्ट होगी। उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद ही कारणों की जांच की जाएगी।”
एसडीएम ने बताया कि “मामला संज्ञान में आया है। सुरक्षा की दृष्टि से मिट्टी और पत्थर से बोरवेल को बंद करने की प्रक्रिया जारी है।”