दुर्ग-विशाखापट्नम वंदेभारत के कोच होंगे कम, 16 कोच वाली ट्रेन को नहीं मिल रहे यात्री… जल्द पहुंचेगा नया रैक
भिलाई। दुर्ग-विशाखापट्नम वंदे भारत एक्सप्रेस अब जल्द ही 16 की बजाय 8 कोच के साथ चलेगी। एक्सप्रेस के शुरू होने के बाद इसके यात्रियों की संख्या को देखते हुए रेलवे ने यह निर्णय लिया है। 16 कोच वाली इस ट्रेन में यात्रियों को टोटा है। रोजाना इसकी केवल 30 से 35 फीसदी सीटें की भर पा रही हैं इसके कारण रेलवे को को नुकसान हो रहा है। इसके कारण अब इसके कोच को कम करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा गया था जिसे मंजूर कर लिया गया है।
रेलवे ने छत्तीसगढ़ को इससे पहले बिलासपुर नागपुर वंदेभारत की भी सौगात दी थी। बिलासपुर से नागपुर के बीच चलने वाली इस ट्रेन को भी पहले 16 कोच के साथ चलाया गया। कुछ ही दिन में पता चल गया कि इसमें यात्रियों की संख्या कम है। इसके बाद बिलासपुर-नागपुर वंदेभारत के कोच भी 16 से घटाकर 8 कर दिए गए। इसके बाद दुर्ग से विशाखापट्नम के बीच वंदेभारत एक्सप्रेस शुरू की गई। इसमें भी यात्रियों का टोटा है इस वजह से अब इसके कोच भी 16 से घटाकर 8 करने का निर्णय लिया गया।
विशाखापट्नम के आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें
विशाखापट्नम के लिए दुर्ग रायपुर होकर आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनें चलती है। इन ट्रेनों में यात्री सफर करना ज्यादा पसंद करते हैं। खासकर कोरबा विशाखा पट्नम लिंक एक्सप्रेसय, समता एक्सप्रेस, एलटीटी विशाखापट्नम, दुर्ग-विशाखापट्नम एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में लोग वेटिंग में टिकट लेते हैं लेकिन खाली रहने के बाद भी लोग वंदेभारत में टिकट लेना पसंद नहीं कर रहे। इसका एक कारण यह भी है कि वंदेभारत के टिकट के दर अन्य ट्रेनों की अपेक्षा ज्यादा है।