CG 18 साल की नौकरी में 20 बार मिला दंड, इस बार बर्खास्तगी की सजा
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सक्ती। अफसरों की समझाइश के बाद भी जब कोई शासकीय मुलाजिम अपने आपको सुधारने के बजाय लापरवाही बरतने लगता है तो फिर विजय सिंह सिदार जैसी हालत से गुजरना पड़ता है। ड्यूटी से गैरहाजिर और अनुशासनहीनता के चलते अफसर भी तंग हो गए थे। लगातार समझाइश के बाद भी लापरवाही बरतने वाले आरक्षक को एसपी अंकिता शर्मा ने एक आदेश जारी कर बर्खास्त कर दिया है।
आरक्षक विजय सिह सिदार रक्षित केन्द्र जिला सक्ती में पदस्थ थे। 07.02.2007 को जिला कबीरधाम में भर्ती हुआ था। कबीरधाम से जिला जांजगीर में स्थानांतरित होकर कार्यरत् था। पृथक जिला सक्ती बनने पर आरक्षक को बल वितरण के तहत सक्ती जिला आवंटित किया गया था। विजय सिंह सिदार की कुल सेवा अवधि 18 वर्ष की है। सेवा अवधि के दौरान आरक्षक लगातार गायब रहता था। इसके चलते आरक्षक को तकरीबन 20 बार दण्डित किया गया है। इसके बाद भी उसके आचरण में कोई सुधार नहीं हो रहा था। आरक्षक पुनः 28.03.2023 से 10.06.2024 तक कुल 441 दिवस बिना किसी सूचना के ड्यूटी से अनुपस्थित रहा। एसपी ने विभागीय जांच का निर्देश दिया था। जांच रिपोर्ट में अनुशासनहीनता के साथ ही कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरतने का खुलासा जांच अधिकारी ने किया था। कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही एवं अनुशासनहीनता के आरोप में एसपी अंकिता शर्मा ने आरक्षक विजय सिंह सिदार को सेवा से पृथक करने का आदेश जारी कर दिया है।