अंधेरे में शिक्षक-शिक्षिका एक ही कमरे में, शिक्षिका सस्पेंड…..
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बलरामपुर। पेशे और ड्यूटी की आड़ में अनैतिक काम को अंजाम देने वाले शिक्षक और शिक्षिका पर कार्रवाई की गाज गिरी है। कलेक्टर बलरामपुर रामानुजगंज ने एक आदेश जारी कर शिक्षिक को निलंबित कर दिया है और शिक्षक को आश्रम शाला से हटाते हुए मूल संस्था मिडिल स्कूल कोठली ब्लाक शंकरगढ़ में पदस्थ कर दिया है।
आश्रम शाला से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। पहाड़ी कोरवा आश्रम कोठली के अधीक्षक रंजीत कुमार ने प्राथमिक शाला की एक शिक्षिका को बिना किसी को जानकारी दिए आश्रम के ही कमरे में ठहरा दिया था। जिस कमरे में शिक्षिका ठहरी हुई थी रात में शिक्षक भी उसी कमरे में था।
यह सब आश्रम शाला के छात्रों ने अपनी आंखों से देखा। छात्रों ने इसकी जानकारी गांव के ग्रामीणों को दे दी। बस फिर क्या था, बड़ी संख्या में ग्रामीण भी इकट्ठे हो गए और जिस कमरे में शिक्षक शिक्षिका थे उसे घेर लिया। इसी बीच किसी ने पूरी घटना की जानकारी बीईओ को दे दी। मामले की गंभीरता और कमरे को ग्रामीणों घेरे लिए जाने को देखते हुए बीईओ ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दोनों को अपने साथ थाने लेकर गई। घटना की जानकारी कलेक्टर बलरामपुर रामानुजगंज को दी गई।
कलेक्टर के निर्देश पर डीईओ ने मामले की जांच का निर्देश दिया था। डीईओ की रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने सिविल सेवा आचरण नियम की जानकारी होने के बाद भी लापरवाही बरतने के आरोप में शिक्षिका को निलंबित कर दिया है। हास्टल अधीक्षक को पद से हटाते हुए मूल शाला में पदस्थ करने का आदेश जारी किया गया है।