बच्चों की याददाश्त तेज करने के लिए अखरोट खिलाएं या बादाम? जानें फायदे

Walnuts or Almonds: बच्चों के कमजोर दिमाग को तेज करने के लिए अकसर उन्हें बादाम और अखरोट खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन आप अगर इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं कि दोनों मेवों में से आखिर कौन सा ड्राई फ्रूट बच्चे को खिलाने से ज्यादा फायदा मिलता है तो आपकी उलझन जल्द दूर होने वाली है। जी हां, आज आपको बताएंगे बच्चों के अच्छे दिमागी विकास के लिए आपको उन्हें क्या खिलाना चाहिए। बता दें, यूं तो बादाम और अखरोट, दोनों मेवों को ही कई अध्ययनों में मस्तिष्क के लिए फायदेमंद बताया गया है पर आखिर इनमें ऐसा क्या होता है जो दिमाग को लाभ पहुंचाता है? आइए पहले इसके बारे में जान लेते हैं।

बादाम में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड बच्चे की बौद्धिक क्षमता में सुधार करती है। जबकि इसमें मौजूद रिबोफ्लेविन, एल-कार्निटाइन, विटामिन ई और हेल्दी फैट्स बच्चे का फोकस बढ़ाने और याददाश्त को लंबे समय तक कमजोर होने से रोकने में मदद करते हैं।

अखरोट में हेल्दी फैट्स, विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट्स की अच्छी मात्रा मौजूद होती है। जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले शरीर में मौजूद फ्री-रेडिकल्स को बेअसर करने का काम करता है। अखरोट का नियमित सेवन याददाश्त और सीखने की क्षमता में सुधार करके चिंता, तनाव और मूड संबंधी समस्याओं को भी दूर रखने में मदद करता है।

बता दें, अखरोट में बादाम की तुलना में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है। ओमेगा-3 तेज मेमोरी के लिए बेहद जरूरी होता है। इसके अलावा अखरोट में बादाम की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। ये सभी एंटीऑक्सीडेंट्स मेमोरी के लिए अच्छे माने जाते हैं। इतना ही नहीं, बादाम में अखरोट की तुलना में विटामिन ई की मात्रा भी अधिक होती है। बता दें, विटामिन ई एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो मेमोरी के लिए अच्छा माना गया है। दिमागी विकास के लिए अखरोट ज्यादा अच्छा होने के बावजूद डॉक्टर बच्चों को हमेशा अपनी डाइट में दोनों ही मेवों को शामिल करने की सलाह देते हैं। बच्चों के तेज दिमाग के लिए उन्हें रोजाना 5 बादाम और 2 अखरोट खाने की सलाह दी जाती है।

रीसेंट पोस्ट्स