रामनगर मुक्तिधाम के री-डेवलपमेंट को मिली एमआईसी की मंजूरी, बिल्डर अजय चौहान ने सम्हाला जिम्मा… मार्च में शुरू होगा काम


भिलाई। नगर निगम भिलाई में मंगलवार को महापौर परिषद की बैठक में रामनगर मुक्तिधाम के उन्नयन को लेकर मंजूरी दे दी गई है। इसके लिए निगम प्रशासन ने टेंडर भी जारी किया था, अब जल्द ही मार्च महीने से काम शुरू कराया जाएगा। 5 से 10 करोड़ के इस प्रोजेक्ट को बिना किसी शासकीय मद या फंड से पूरा किया जा रहा है। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन की पहल पर राम नगर मुक्तिधाम को निज खर्च से वेल डेवलप्ड करने शहर के बिल्डर अजय चौहान ने रूचि दिखाई थी।
विधायक रिकेश सेन ने पूरा प्रोजेक्ट तैयार कर कलेक्टर और राज्य शासन को भेजा था। सभी जगह से स्वीकृति बाद अब भिलाई निगम एमआईसी से भी मंजूरी ने निज सहयोग से क्षेत्र के विकास का रास्ता भी खोल दिया है। पूरे प्रोजेक्ट की जानकारी लेने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, नगरीय निकाय मंत्री अरुण साव और वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने विधायक रिकेश के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर किए गए प्रयास पर उनकी पीठ थपथपाई है।
राम नगर मुक्तिधाम को वेल डेवलप्ड करने के लिए वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन की पहल अब सार्थक होने जा रही है। श्री सेन ने इसके लिए उद्योगपतियों, समाजसेवी संस्थाओं के प्रमुखों से चर्चा की थी। तब बिल्डर अजय चौहान ने आगे आकर कहा था कि वे अपने माता-पिता के नाम पर राम नगर मुक्तिधाम को वेल डेवलप्ड कर विशेष आध्यात्मिक स्वरूप देना चाहते हैं। इसमें जो भी खर्च आएगा, उसे वे खुद वहन करेंगे। भविष्य में इसके रखरखाव पर भी योजना तय कर ली गई है। अब राम नगर मुक्तिधाम 10 करोड़ की लागत से कुछ इस तरह वेल डेवलप्ड होगा कि मुक्तिधाम की सारी धारणा और सोच न सिर्फ बदल जाएगी बल्कि बहुत जल्द राम नगर मुक्तिधाम का नया स्वरूप भिलाई की विशेष पहचान में भी शुमार होगा।
विधायक रिकेश सेन के प्रयास से लगभग एक वर्ष के भीतर राम नगर मुक्तिधाम छत्तीसगढ़ ही नहीं देश में भी अपनी विशेष पहचान हासिल करेगा। यह मुक्तिधाम पर्यावरण को ध्यान में रखकर प्रदूषण मुक्त वेल डेवलप्ड होगा। मुक्तिधाम परिसर को गार्डन, वातानुकूलित बड़े हाल, पेड़ पौधे, भगवान की प्रतिमाएं, फव्वारा, प्रार्थना कक्ष, वातानुकूलित शोक सभा हाल, बड़े कक्ष, साउंड सिस्टम से लैस एलईडी स्क्रीन के साथ विशेष आध्यात्मिक स्वरूप में संजोया जाएगा। वातानुकूलित प्रार्थना हाल भी होगा जिसमें अंतिम संस्कार का क्रियाकलाप एक बड़े स्क्रीन पर लाइव लोग देख सकेंगे। भव्य प्रवेश और निकास द्वार बनेंगे। टाइल्स और मार्बल से सुसज्जित श्रद्धांजलि सभा कक्ष, अंतिम संस्कार के बाद के कार्यक्रम के लिए हाल, गार्डन सहित पूरा क्षेत्र अत्यधिक स्वच्छ होगा।
विधायक रिकेश सेन ने कहा कि भिलाई, वैशाली नगर, अहिवारा, दुर्ग ग्रामीण और दुर्ग शहर विधानसभा में कहीं आंशिक तो कहीं पूर्ण रूप से अंतिम संस्कार के लिए रामनगर मुक्तिधाम पर ही लोगों को आश्रित रहना पड़ता है। राज्य और नगर निगम से समय-समय पर मुक्तिधाम के लिए लाखों खर्च किए जाते रहे हैं, बावजूद अभी भी कई समस्याएं हैं। एमआईसी स्वीकृति के बाद अब लगभग एक साल के भीतर राम नगर का मुक्तिधाम छत्तीसगढ़ ही नहीं देश में भी अपनी विशेष पहचान हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि भिलाई शहर को सुंदर, विकसित और जनसुविधा से परिपूर्ण बनाने में राज्य सरकार के प्रयासों में निजी उद्यमों और समाजसेवियों का ऐसा सहयोग स्वागतेय है।