शेयर मार्केट में मुनाफे का लालच देकर 32.80 लाख रुपये की ठगी

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर एक बड़े धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. मोवा इलाके के निवासी मनोज कुमार और उनकी पत्नी शैलजा अग्रवाल ने फ र्जी एसबीआई सिक्योरिटीज और आईबीएचके के खिलाफ पंडरी थाने में शिकायत दर्ज कराई है. दंपति का आरोप है कि सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए उन्हें शेयर मार्केट में मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर कुल 32.80 लाख रुपये ठग लिए गए. इसके साथ ही उनके बैंक खातों में अनाधिकृत रूप से 2.75 लाख रुपये ट्रांसफ र किए गए, जिसके चलते उनके खाते फ्रीज कर दिए गए हैं.

कैसे शुरू हुई ठगी?

मनोज कुमार ने पुलिस को बताया कि उनके व्हाट्सएप नंबर पर एसबीआई सिक्योरिटीज और  IBHKR Z33-ORIGIN CAPITAL INCREASE PLAN के नाम से दो नंबरों से संपर्क किया गया. इन नंबरों के जरिए उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जिसमें पहले से कई लोग शामिल थे. ग्रुप में शेयर मार्केट में निवेश से भारी मुनाफे का दावा किया जा रहा था. विश्वास जीतने के लिए 7 अक्टूबर 2024 को मनोज की पत्नी के एचडीएफसी बैंक खाते से 2 लाख रुपये का निवेश करवाया गया. इसके बाद 10 अक्टूबर को उनके खाते में 2.75 लाख रुपये मुनाफे के साथ जमा कराए गए, जिससे दंपति का भरोसा और बढ़ गया.

32.80 लाख रुपये का हुआ ट्रांसफर

इसके बाद 3 अक्टूबर से 15 अक्टूबर 2024 के बीच मनोज और उनकी पत्नी ने अपने एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक खातों से कई ट्रांजेक्शन किए. इनमें बंधन बैंक, यूको बैंक और अन्य खातों में कुल 32.80 लाख रुपये ट्रांसफ र किए गए.

बैंक खाते फ्रीज, ठगी का खुलासा

ट्रांजेक्शन के बाद जब खातों में कोई लेन-देन नहीं हुआ, तो दंपति ने बैंक से संपर्क किया. तब पता चला कि उनके खातों में 2.75 लाख रुपये फ र्जी खातों से ट्रांसफर किए गए थे, जिसके चलते बैंक ने उनके खाते फ्रीज कर दिए. मनोज ने इसकी शिकायत साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, थ्रिसूर (केरल) में भी दर्ज कराई और सभी जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराए. उन्होंने 10 दिसंबर 2024 को केरल पुलिस को मेल कर खाते अनफ्रीज करने की गुहार लगाई, क्योंकि उनके खातों से लोन और सैलरी का लेन-देन होता है. लेकिन अभी तक कोई राहत नहीं मिली है.

अब रायपुर पुलिस ने दर्ज की एफआईआर जांच शुरू

मनोज कुमार की शिकायत पर पंडरी थाने में धारा 318(4) भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और फर्जी एसबीआई सिक्योरिटीज और आईबीएचके के पीछे शामिल लोगों की तलाश कर रही है. शिकायत में मांग की गई है कि ठगी की राशि वापस दिलाने और फ्रीज खातों को अनफ्रीज करने के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए.