11 महीने बाद आया CG SET 2024 का रिजल्ट, 50 में से 8 सवाल रद्द! कई टॉपर हुए बाहर? व्यापम पर उठे सवाल

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CG SET Exam Result News: व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने 11 माह बाद सेट परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। 21 जुलाई 2024 को 19 विषयों के लिए व्यापम ने परीक्षा ली थी। 11 माह तक एक लाख परीक्षार्थी परीक्षा के इंतजार में थे। 11 माह बाद घोषित रिजल्ट में भी जनरल नॉलेज के फर्स्ट पेपर में आठ प्रश्नों को रद्द कर दिया गया है जिससे व्यापम की कार्य प्रणाली और सुचिता पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।

व्यापम ने 19 विषयों के लिए राज्य पात्रता परीक्षा हेतु 5 मार्च 2024 को विज्ञापन प्रकाशित किया था। 13 मई से 9 जून तक के ऑनलाइन आवेदन भरे गए थे। 21 जुलाई को परीक्षा हुई। राज्य भर में 1 लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा दिलाई। परीक्षा के 11 माह बाद भी रिजल्ट जारी नहीं होनी को लेकर परीक्षार्थी लगातार व्यापम के मुख्यालय और अन्य जगह ज्ञापन सौंपते हुए प्रदर्शन कर रहे थे।

24 फरवरी 2025 को व्यापम ने ऑनलाइन एग्रीमेंट समाप्त होने की बात कह कर परिणाम में देरी की सूचना दे दी। परीक्षार्थियों का आरोप था कि 1 साल में राष्ट्रीय स्तर की नेट परीक्षा दो बार आयोजित हो जाती है, पर छोटे से राज्य छत्तीसगढ़ में परीक्षा लेने के बाद 11 माह में रिजल्ट तक घोषित नहीं किया जा सकता है। परीक्षार्थियों का आरोप था की परीक्षा नियंत्रक से मिलने जाने पर वह दुर्व्यवहार करते हैं।

परीक्षार्थी cgvyapam.gov.in में जाकर अपने पंजीकृत मोबाइल और पासवर्ड से लॉग इन करना होगा। इसके बाद उम्मीदवार से क्वालीफाई होने या नहीं होने को लेकर उन्हें जानकारी मिल जाएगी। व्यापम ने कट ऑफ लिस्ट और फाइनल आंसर की भी जारी की है।

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सेट एग्जाम में दो पेपर हुए थे। पहला पेपर सामान्य अध्ययन का था। जबकि दूसरा पेपर विषय से संबंधित था। सामान्य अध्ययन में 50 प्रश्न थे। यह पेपर क्वालीफाइंग था। इसमें क्वालीफाई करने पर ही दूसरे विषय का आंसर शीट जारी किया जाना था। पर व्यापम ने 50 में से 8 प्रश्न विलोपित कर दिए हैं। 42 प्रश्नों के आधार पर रिजल्ट घोषित किया गया है। यह व्यापम की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए चूक को दर्शाता है। लंबे समय तक रिजल्ट का इंतजार करने के बाद भी कई परीक्षार्थी 8 प्रश्न विलोपित होने से परीक्षा क्वालीफाई करने से चूक गए हैं।

वही व्यापम के प्रश्न पत्र सेटरों पर भी सवालिया निशान लग गया है। व्यापम के द्वारा उचित तरीके से विषय विशेषज्ञों से प्रश्न पत्र सेट नहीं करवाए जाते जिसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ता है और प्रश्न विलोपित होने से प्रभावित कई परीक्षार्थी हाईकोर्ट की भी शरण ले लेते हैं जिसके चलते परीक्षा प्रक्रिया में भी अनावश्यक विलंब होता है।