किडनी की बीमारी से पीड़ित वेंटिलेटर के साथ इलाजरत कोविड पॉजिटिव मरीज का सफल डायलिसिस

बिलासपुर कोविड अस्पताल में सिजेरियन एवं सामान्य प्रसव की भी सुविधा, कोरोना संक्रमित दो महिलाओं की सिजेरियन एवं तीन महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी
अस्पताल से 697 मरीज स्वस्थ होकर लौट चुके हैं अपने घर
रायपुर. बिलासपुर कोविड अस्पताल में किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहीं कोरोना संक्रमित और अभी वेंटिलेटर के साथ उपचाररत महिला का सफल डायलिसिस किया गया है। अस्पताल के डॉक्टरों ने ऑक्सीजन लगे लगे ही उनका डायलिसिस किया है। बिलासपुर की रहने वाली 36 वर्ष की यह महिला किडनी रोग के साथ ही मधुमेह और हायपरटेंशन से भी पीड़ित है। पिछले छह दिनों से अस्पताल में भर्ती इस मरीज का डॉक्टरों ने आज दूसरी बार डायलिसिस किया है। बिलासपुर कोविड अस्पताल में शहर की ही एक और कोविड-19 पीड़ित 52 वर्ष की महिला का भी दो बार डायलिसिस किया जा चुका है। सप्ताह में तीन दिन डायलिसिस की जरूरत वाली इस मरीज का 6 सितम्बर को पहली डायलिसिस के बाद आज दूसरी बार डायलिसिस किया गया। दोनों मरीजों की स्थिति अभी अच्छी है।

विगत 15 मई से संचालित 100 बिस्तरों वाले बिलासपुर कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिलाओं की सुरक्षित सिजेरियन और सामान्य प्रसव की भी सुविधा है। वहां अब तक दो महिलाओं की सिजेरियन और तीन महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी करवाई जा चुकी है। कोविड अस्पताल के डॉक्टरों ने आज बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में स्टॉफ नर्स 28 वर्षीया युवती की सिजेरियन डिलीवरी कराई है। कोरोना संक्रमित होने के कारण उसे डिलीवरी के लिए अपोलो अस्पताल से बिलासपुर कोविड अस्पताल रिफर किया गया था। जच्चा और बच्चा दोनों की स्थिति अभी अच्छी है।

बिलासपुर कोविड अस्पताल में अब तक 819 मरीजों का इलाज किया गया है। इनमें से 697 मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों में लौट चुके हैं। अस्पताल में 28 आईसीयू बिस्तरों और सात वेंटिलेटर्स के साथ कुल 100 बिस्तर हैं। अभी वहां 64 मरीजों का इलाज चल रहा है। गंभीर मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर भी उपलब्ध कराया गया है।