एनकाउंटर में मारे गए नक्सलियों का बदला लेने की बड़ी साजिश, ऑपरेशन इंचार्ज टीआई सहित 6 ग्रामीण टारगेट
राजनांदगांव। जिले के सीतागोटा एनकाउंटर में मारे गए नक्सलियों का बदला लेने बड़ी साजिश रची है। इसमें एनकाउंटर ऑपरेशन के इंचार्ज टीआई लक्ष्मण केंवट सहित 6 ग्रामीणों को टारगेट किया गया है। जिनकी रेकी के लिए स्मॉल एक्शन टीम के 3-3 मेंबरों को लगाने का दावा भी किया गया है। हाल ही में नक्सलियों ने बालाघाट बार्डर में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ जोन की बैठक आयोजित की थी, जिसके बाद एमएमसी के नक्सल प्रवक्ता अनंत ने एक पत्र जारी किया है। इस पत्र में सीतागोटा एनकाउंटर का बदला लेने योजना तैयार होने का दावा किया गया है। बागनदी-बोरतलाव के बीच सीतागोटा में पुलिस की टीम ने 3 अगस्त को 7 हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराया था। इस ऑपरेशन को टीआई लक्ष्मण केंवट द्वारा लीड किया गया। नक्सल संगठन ने पूरे एनकाउंटर की वजह कुछ ग्रामीणों की मुखबिरी को माना है। जिसका बदला लेने के लिए नक्सलियों ने 6 ग्रामीणों का नाम भी सार्वजनिक किया है। सीतागोटा एनकाउंटर के बाद उक्त हिस्से में नक्सल संगठन को बड़ा झटका लगा था।
एमएमसी जोन में कमजोर पड़ रहे नक्सली एक बार फिर से अपने लड़ाकू संगठन को मजबूत करने में जुटे हुए हैं। इसके लिए नए लड़ाकुओं को दल में शामिल करने की भी योजना बनाई गई है। इसके अलावा नक्सली अपने परंपरागत रुट को बदलकर नए रुटों से मूवमेंट करने लगे हैं। बदले गए रुटों का सर्वे नक्सलियों ने 2019 में कर लिया था। सूत्रों के मुताबिक राजनांदगांव से लेकर कवर्धा और कान्हा केसली के जंगल तक एक पूरे संगठन को मजबूत किया जा रहा है ।
इधर एमपी हॉक फोर्स व छग के जवान जंगलों में घुस रहे
नक्सल संगठन जहां ग्रामीणों और पुलिस के अफसरों को टारगेट बताकर रेकी का दावा कर रहा है, वहीं पुलिस फोर्स ने भी नक्सल संगठन को खदेड़ने के लिए बड़ी योजना बनाई है। हाल ही में केंद्रीय आंतरिक सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार ने छग सहित एमपी और गढ़चिरौली के अफसरों की बैठक ली थी। सूत्रों के मुताबिक इसी बैठक में जवानों को सीधे नक्सलियों की मांद में घुसने का टारगेट दिया गया है। इसी के चलते नक्सली बौखलाए हुए हैं। नक्सली अपना रूट और ठिकाना दोनों बदल रहे हैं।
नक्सलियों की ओर से जो लिस्ट बनाई गई है। उसमें बॉर्डर से लगे 15 गांव के करीब 20 ग्रामीण का नाम शामिल है। संगठन का आरोप है कि इन ग्रामीणों ने ऑपरेशन के दौरान पुलिस की मदद की है। जो लिस्ट और पत्र नक्सल संगठन ने जारी किया है, वह कवर्धा जिले के कान्हा-भोरमदेव डिविजन कमेटी के नाम से है । “किसी भी एनकाउंटर के बाद नक्सली इस तरह का पत्र जारी करते हैं। हम इसे भी संज्ञान में लेकर काम कर रहे हैं। नक्सलियों के खिलाफ हमारा अभियान जारी है। इसमें आगे और भी तेजी लाए जाने की तैयारी है। पूरे क्षेत्र में फोर्स हर एंगल से पूरी मुश्तैदी के साथ काम कर रही है।”