CM बघेल ने शहीद पार्क में सरदार भगत सिंह की 25 फीट प्रतिमा का किया लोकार्पण

 

दुर्ग। सरदार भगत सिंह का जैसा विशाल व्यक्तित्व था वैसी विशाल प्रतिमा यहाँ बनाई गई है। आज यहाँ आकर शहीदों की प्रतिमा देखकर, उनके बलिदान का स्मरण कर मन गौरव से भर गया। यह बात मुख्यमंत्री ने देश में गन मेटल की सरदार भगत सिंह की सबसे ऊंची प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर कही। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित लाइट एंड साउंट शो भी देखा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पूरी आजादी की लड़ाई इस सुंदर शो में दिखाई गई है जो बहुत अच्छा प्रयास है। इससे भिलाई के युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि भगत सिंह वैचारिक रूप से बहुत मजबूत थे, उन्होंने साम्राज्यवादी ताकतों से माफी नहीं माँगी। हंसते-हंसते फांसी में झूल गए। उन्होंने युवाओं को कहा कि भगत सिंह ने सोलह साल की उम्र में लेख लिखने शुरू किये। इस आयु के उनके लेखों में इतनी परिपक्वता दिखती है कि यह आश्चर्य होता है कि इतनी कम उम्र में इतनी वैचारिक प्रखरता कैसे हासिल हुई। केवल 23 साल की उम्र में शहीद हुए और फांसी के फंदे की ओर जाते हुए भी उनके चेहरे में मुस्कान थी। उन्होंने साम्राज्यवादी ताकतों के विरुद्ध लड़ाई की थीं। ऐसी ताकतें जिनके साम्राज्य में सूरज अस्त नहीं होता था और उन्होंने अपनी वैचारिक प्रखरता से पूरे साम्राज्य की नींव हिला दी। इस मौके पर विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने इस सुंदर संकल्पना पर मुहर लगाई और इस कार्य के लिए मार्गदर्शन दिया। यह अद्भुत कार्य संपन्न हो पाया। उन्होंने कहा कि नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया का भी इसमें बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि पूर्व में हम मुझमें है भगत सिंह कार्यक्रम करते थे, आज यह बड़ा कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर दिल्ली से नीरज कुंदन ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भगत सिंह वैचारिक रूप से बहुत प्रखर थे और अपने विचार से इन्होंने साम्राज्यवाद की जड़ें मिटा दीं। सभा को एमआईसी सदस्य नीरज पाल ने भी संबोधित किया।
प्रभारी मंत्री और गृह मंत्री भी रहे मौजूद- इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री  मोहम्मद अकबर एवं गृह मंत्री  ताम्रध्वज साहू भी उपस्थित रहे। उन्होंने भी इस अवसर पर निगम टीम को बधाई दी। उल्लेखनीय है कि इस पार्क में 1270 शहीदों के नाम भी अंकित किय गए हैं जो छत्तीसगढ़ के हैं जिन्होंने प्रदेश में और देश भर में शहादत दी है। साथ ही झीरम में शहीद जनप्रतिनिधियों के नाम भी अंकित किये गये हैं। इस मौके पर विधायक देवेंद्र यादव ने अपने संबोधन में कहा कि जब हमने सरदार भगत सिंह के नाम पर शहीद पार्क बनाने का विचार किया तो मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने इस पर आगे बढ़ने कहा। उनके मार्गदर्शन में यह कार्य सफल हुआ और यह संकल्प पूरा हुआ। इस कार्य में नगरीय प्रशासन मंत्री  शिव डहरिया का भी पूरा सहयोग रहा।

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