वॉटर मीटर से पानी सप्लाई का ट्रायल शुरू, दस दिन तक होगी काउंट रीडिंग
भिलाई:- भिलाई-चरोदा निगम क्षेत्र में वाटर मीटर से पानी देने का ट्रायल शुरू हो गया है। दिन में एक बार सप्लाई के साथ वॉटर मीटर की टेस्टिंग की जा रही है। इसमें आने वाली कमियों को दूर किया जा रहा है, ताकि गर्मी में सुचारू रूप से पानी की आपूर्ति हो सके। दावा किया जा रहा है कि वॉटर मीटर लगने व इससे होने वाली आपूर्ति से पानी की चोरी को रोका जा सकेगा। नई व्यवस्था के तहत 14241 घरों में लगे नल कनेक्शन में पानी दिया जाएगा। इन सभी जगहों पर वॉटर मीटर लगाने का काम पूरा कर लिया गया है। करीब 8 साल पुरानी योजना में 99.62 करोड़ रुपए खर्च हुआ है। इसके तहत 13 टंकियां बनाई गई हैं। 39.30 किमी 250 एमएम मोटी पाइप बिछाई गई है। वर्तमान में भूजल को लिफ्ट कर पानी टंकियों तक पहुंचाते है, वहां से घरों में आपूर्ति हो रही।
2013 में शुरू हुई थी जल आवर्धन योजना, 99.62 करोड़ रुपए लागत, 13.36 किमी दूर अमलेश्वर से उरला फिल्टर फिल्टर प्लांट तक बिछी पाइप लाइन, 39.30 किमी क्षेत्र में वाटर की सप्लाई।
मार्च महीने से होगी नियमित सप्लाई
योजना के अंतर्गत 89.02 करोड़ रुपए शासन से मिले हैं। निगम ने अपने मद से 9.55 करोड़ रुपए खर्च किया है। इसके अंतर्गत 2010 किलो लीटर वाली पानी टंकी, उरला में फिल्टर प्लांट तथा अमलेश्वर इंटकवेल से उरला फिल्टर प्लांट तक 13.36 िकमी और यहां से वार्डों तक पाइप लाइन बिछाई गई है। 13 टंकियां बनाई गई हैं। इससे अब नियमित रूप से चलाने की योजना है। करीब एक महीने बाद निजी नल कनेक्शनधारियों को पानी की सप्लाई की जाएगी।
ओवरब्रिज के कारण पाइप लाइन होगा शिफ्ट
पुलिस लाइन अमलेश्वर से पहंदा रोड के बीच ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। इसमें वाटर सप्लाई करने वाली पाइप आ रही है। इसकी शिफ्टिंग की कार्रवाई एक-दो दिनों में शुरू हो रही है। इसमें करीब 10-15 दिन लगने की संभावना है। लोक निर्माण विभाग इसका खर्च वहन कर रहा है। शिफ्टिंग के बाद उरला फिल्टर प्लांट तक पानी आने का मार्ग साफ हो जाएगा। फिर यहां से पानी को साफ करके एमबीआर केंद्र को भेजा जाएगा।
शिफ्टिंग के बाद होगी सप्लाई
“अभी अमलेश्वर-पहंदा रोड में ओवर ब्रिज बन रहा है। यहां से पाइप लाइन आ रही है। एक-दो दिन में इसकी शिफ्टिंग की जाएगी। इसमें करीब 10 दिन लग सकता है। इसके बाद इससे पानी की सप्लाई की जाएगी। साथ ही वाटर मीटर लगे कनेक्शन में पानी की आपूर्ति की जाएगी।”