दुर्ग जिले में ग्रामीण स्तर पर चलेगा मोबाइल बस, किया जाएगा जागरुक
दुर्ग। समाज के हर व्यक्ति तक न्याय पहुंचाने की पहल की जा रही है। दुर्ग जिले में ग्रमीण स्तर पर मोबाइल बस के द्वारा जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। जिला एवं सत्र न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव द्वारा मोबाईल वाहन बस को प्रचार प्रसार के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस वाहन के माध्यम से आने वाले 15 दिनों तक ग्रामीण स्तर पर न्याय पहुंचाया जाएगा। छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के द्वारा विधिक जागरूकता एवं प्रचार प्रसार के लिए मोबाइल वाहन बस को 15 दिन के लिए इस प्राधिकरण को दिया गया है। कार्यक्रम में दुर्ग जिले के न्यायाधीश, जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारी, न्यायिक कर्मचारी, पैरालीगल वालिन्टियर्स तथा अधिवक्ता उपस्थित रहे।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव ने वाहन की उपयोगिता बताते हुए कहा कि समाज के हर व्यक्ति तक न्याय की पहुंच तथा विधि कानूनी जानकारी पहुंचाए जाने के उद्देश्य की पूर्ति हेतु वाहन को छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर से मंगाया गया है। मोबाइल वाहन बस के माध्यम से जिले के दूरस्थ ग्रामीण स्थलों में लोगों की पहुंच बनाए जाने एवं उन्हें विधिक रूप से साक्षर किए जाने का कार्य संपादित किया जाएगा। आगामी नेशनल लोक अदालत 10 अप्रैल 2021 को आयोजित होनी है। लोक अदालत के माध्यम से प्रकरण के निराकरण में होने वाले लाभ एवं उसके फायदे को बतलाए जाने हेतु प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।
विशेष साक्षरता शिविर भी होंगे आयोजित
भारत के अमृत महोत्सव के शुभारंभ दिवस पर अनुसूचित जाति, जनजाति के मध्य शासन की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी का प्रचार प्रसार तथा जनजातियों के मौलिक विधि एवं संवैधानिक अधिकारों का ज्ञान दिए जाने हेतु विशेष साक्षरता शिविर भी आयोजित किए जाएंगे। जिले में पॉस्को से संबंधित मामलों में हो रही वृद्धि को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण स्तर पर विशेष जागरूकता अभियान तथा कानूनी बिंदु की जानकारी भी संबंधित वाहन में सेवाएं दिए जाने वाले पैरा लीगल वालंटियर के द्वारा की जाएगी। वाहन को जिले के ग्रामीण क्षेत्र जहां मेले पर बाजार लगते हैं, जहां भीड़ एकत्रित होती है उन स्थानों पर विशेष रूप से जागरूकता अभियान संचालित किए किया जाकर विधिक रूप से साक्षर किया जाएगा।
मोबाइल एप की जानकारी भी दी जाएगी
बाल विवाह को रोके जाने के लिए नशामुक्ति, वृद्ध जनों के लिए विधिक सहायता सहित नालसा की सभी योजनाओं के अंतर्गत निरंतर 15 दिन तक किया यह उपयोग में लाया जाएगा। नालसा की हेल्पलाइन नंबर 15100, मोबाइल ऐप की जानकारी प्रदान की जाएगी। कुछ माता-पिता द्वारा बच्चों की शिक्षा के प्रति कम रुचि रखते हैं, उन्हें साक्षरता शिविर के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाएगा कि बच्चों को अपनी शिक्षा को पूरी करने एवं शिक्षा को लेकर लड़का और लड़की में किसी प्रकार का भेदभाव न किया जाए तथा माता-पिता को अपने बच्चों को शिक्षित करने हेतु प्रेरित किया जाएगा। शुभारंभ कार्यक्रम में 200 लोग उपस्थित थे।