दुर्ग जिले में सोमवार को बने चार कंटेनमेंट जोन, 468 पॉजीटिव

दुर्ग:- प्रदेश में दुर्ग जिला पंहुचा पहले स्थान पर सोमवार को कोरोना विस्फोट सामने आया। 28 सितंबर 2020 के बाद यह दूसरा मौका है कि जब इतनी बड़ी संख्या में मरीज मिले। पिछले 24 घंटे में 468 मरीज मिले हैं। इससे पहले 28 सितंबर को 519 मरीज मिले थे। इतना ही नहीं दो दिन के अंदर 8 लोगों ने कोरोना से जान गंवाई। वहीं सोमवार को 4 की मौत हुई। इस प्रकार बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। मास्क लगाना हर किसी के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। इस पर सख्ती बरती जाएगी। इसके अलावा हर सार्वजनिक जगहों पर कार्यक्रम से पहले प्रशासन की अनुमति जरूरी होगी। पिछले 15 दिनों में कोरोना का प्रकोप जिले में तेजी से बढ़ा है। सोमवार को कोरोना संक्रमित के मामले में पूरे प्रदेश में दुर्ग में सबसे अधिक रहे। 3 हजार से अधिक जांच में करीब 468 की रिपोर्ट पॉजीटिव आई। इसे कोरोना स्प्रेड के खतरे के रूप में जिले में देखा जा रहा है।

कोरोना की मौत को लेकर जिला और स्टेट के बुलेटिन में भारी अंतर है। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को 4 लोगों की मौत बताई जा रही है, लेकिन स्टेट बुलेटिन ने 8 लोगों की मौत बताई है। मरने वालों में ऋषभ नगर वार्ड 55 के 55 वर्षीय व्यक्ति शामिल हैं। वे स्पर्श हॉस्पिटल में भर्ती थे। 73 वर्षीय पुरूष एम्स रायपुर में भर्ती थे। यहीं 64 साल का बुजुर्ग भी भर्ती थे। आर्यनगर की 55 साल की महिला सेक्टर 9 अस्पताल में दम तोड़ा। शिक्षक नगर दुर्ग की 68 साल महिला एसएसआईएमएस में मौत हुई।

दुर्ग में नगर निगम ने सोमवार को चार कंटेनमेंट जोन बनाए हैं। केलाबाड़ी में तीन कंटेनमेंट जोन बने हैं। यहां 20 कोरोना मरीज मिले हैं। बोरसी में एक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। यहां बेथनी कालेज में ही 8 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। यहां मरीजों और उनके आसपास के तीन से चार घर के लोग इस कंटेनमेंट जोन के दायरे मे हैं। इसके अलावा अब से नियमित रूप से कंटेनमेंट जोन बनाने की तैयारी प्रशासन ने की है। पिछले 3 महीनों से कंटेनमेंट जोन बनाना बंद कर दिया गया था।

लोग लापरवाही बरत रहे हैं। वहीं हमने टेस्टिंग बढ़ा दी है। जितनी ज्यादा टेस्टिंग होगी मरीज उतने अधिक मिलेंगे। प्रशासन पूरी तरह से नजर बनाए हुए है।