देश में कोरोना संक्रमण अपने चरम पर, पिछले 24 घंटों में सामने आए 53 हजार से अधिक नए केस

नईदिल्ली । देश में कोरोना संक्रमण अपने चरम पर पहुंच गया गया। लॉकडाउन लगने के एक साल बाद भी हालात काबू में नहीं आ रहे हैं जबकि सरकार ने टीकाकरण भी शुरू कर दिया है। रोजना बढ़ रही मरीजों की संख्या ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और गुजरात में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं और इन्हीं राज्यों में मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। देशभर में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 53,476 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 251 की जान चली गई है। पिछले पांच माह में यह सर्वाधिक आकंड़ा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बीते 24 घंटों में 26,575 ठीक हुए। बीते 24 घंटे में एक्टिव केस में 26,588 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके साथ ही कुल एक्टिव केस 3.91 लाख हो गए। देश में अब तक 1 करोड़ 17 लाख 87 हजार 13 लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 1 करोड़ 12 लाख 29 हजार 591 ठीक हो चुके हैं, जबकि 1.60 लाख मरीजों ने जान गंवाई है। बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा 31,855 मरीज महाराष्ट्र में मिले। यहां 15,098 मरीज ठीक हुए और 95 संक्रमितों की मौत हो गई।
15 फरवरी के बाद से बिगड़े हालात
आंकड़े बताते हैं कि भारत में 15 फरवरी के बाद ही कोरोना की दूसरी लहर प्रभावी हुई। हफ्ता-दर-हफ्ता केस बढ़ते गए। जहां 1 से 7 फरवरी के बीच 80,180 केस सामने आए थे, वहीं 15-21 फरवरी के बीच 86,711 नए केस सामने आए। इसके अगले हफ्ते में नए केस के आंकड़े ने एक लाख का आंकड़ा पार किया और 15-21 मार्च के बीच दो लाख का आंकड़ा भी पार कर लिया है। कोरोना की वजह से होने वाली मौतों का आंकड़ा भी इस दौरान बढ़ता गया। 15-21 मार्च के बीच मौतों ने 1,000 का आंकड़ा पार किया और पिछले हफ्ते के मुकाबले 34.9 फीसदी की बढ़त दर्ज की। सरकारी अधिकारियों और विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद लोगों ने मान लिया कि कोरोना खत्म हो गया है। सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोरोना से बचने के दूसरे उपायों को छोड़ दिया गया, जिसका खामियाजा दूसरी लहर के तौर पर सामने आ रहा है।

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