महामारी से जूझते भारत से धोखा, चीन ने पूर्वी लद्दाख में फिर बढ़ाईं सैन्य गतिविधियां
नई दिल्ली/बीजिंग। भारत इस वक्त कोरोना संक्रमण की चपेट में है, संकट के इस दौर में दुनिया के कई देश भारत की मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं। अमेरिका, रूस, जर्मनी, फ्रांस समेत कई देश भारत के साथ खड़े हैं। चीन ने भी मदद का भरोसा दिया है, लेकिन दूसरी ओर चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज आने को तैयार नहीं है। ड्रैगन ने गुस्ताखी करते हुए एक बार फिर भारतीय सीमा में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्रों में स्थायी आवास बना लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चीन पूर्वी लद्दाख में सेना की तैनाती शुरू कर दी है।
बता दें कि इस साल की शुरुआत में भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के बीच तनाव का माहौल था। चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने बड़ी संख्या में अपने सैनिकों की तैनाती लद्दाख में की थी। इसी दौरान जनवरी में एक चीनी सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार करके भारतीय सीमा में आ गया था, हालांकि पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट पर भारतीय सेना ने चीनी सैनिक को गिरफ्तार कर लिया था।
राष्ट्रपति जिनपिंग ने पीएम मोदी को समर्थन देने की पेशकश की
गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस महामारी को लेकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत को हर संभव मदद का एलान किया है। चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीको एक संदेश भेजकर महामारी पर संवेदना व्यक्त की और देश में कोविड-19 मामलों से बिगड़े हालात पर निपटने के लिए समर्थन और सहायता प्रदान करने की पेशकश की।