देश में ऑक्सीजन की कमी से मची त्राहि-त्राहि: ‘संजीवनी’ न मिलने से अब तक 150 की मौत
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप के बीच ऑक्सीजन की किल्लत से हाहाकार मचा हुआ है। सैकड़ों मरीजों ने ऑक्सीजन के अभाव में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। भारत सरकार मरीजों की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन संयंत्र लगाने और विदेश से आयात करने तक हर संभव कदम उठा रही है। इसके बावजूद सांसों का संकट बना हुआ है। ऑक्सीजन की कमी से दिल्ली, महाराष्ट्र और गोवा समेत देश के कई राज्यों में अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया भर के कई देशों ने कोरोना की दूसरी लहर की मार झेल रहे भारत को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, जनरेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर की मदद पहुंचा रहे हैं, लेकिन अभी भी स्थिति में कोई बड़ा सुधार देखने को नहीं मिला है। आइए बताते हैं कि किस राज्य में ऑक्सीजन की कमी घुट गया मरीजों का दम..
गोवा: 26 कोरोना मरीजों की गई जान
गोवा के सबसे बड़े कोविड केयर सेंटर गोवा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (जीएमसीएच) में सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात को 4 घंटे मे 26 कोरोना मरीजों की मौत हो गई। इसे लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने ही सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने हाईकोर्ट द्वारा जांच की मांग करते हुए कहा कि ये मौतों ऑक्सीजन की कमी के चलते हो सकती हैं।
आंध्र प्रदेश: ऑक्सीजन की सप्लाई रुकी तो थम गईं 11 मरीजों की सांसें
आंध्र प्रदेश के तिरुपति शहर में 10 मई को रुइया सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई में प्रेशर की कमी से 11 मरीजों की मौत हो गई। ये सभी मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे।
कर्नाटक: 24 मरीजों ने ऑक्सीजन की कमी से तोड़ा दम
कर्नाटक के चामराजनगर में 3 मई को ऑक्सीजन की कमी के चलते 24 से ज्यादा मरीजों की मौत हो गई। इनमें 23 कोरोना संक्रमित और एक अन्य बीमारी से पीड़ित मरीज शामिल हैं। बताया गया कि जिन मरीजों का कोरोना से इलाज चल रहा था वे सारे वेंटिलेटर पर थे। हालांकि, सरकार ने ऑक्सीजन की कमी की बात से इनकार किया। वहीं बंगलुरु में 4 मई की सुबह ऑक्सीजन की कमी से दो कोरोना मरीजों की मौत हो गई।
तेलंगाना: सात मरीजों की चली गई जान
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल में 10 मई को ऑक्सीजन की कमी के चलते सात मरीजों की मौत हो गई। दअसल, मेडिकल ऑक्सीजन की नई खेप लाने निकला ड्राइवर रास्ता भटक गया और उसके इंतजार में सात मरीजों ने दम तोड़ दिया।
दिल्ली: राजधानी में ऑक्सीजन की कमी से 60 से ज्यादा का घुटा दम
दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में 25 की मौत
दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में 23 अप्रैल को ऑक्सीजन की कमी से 25 मरीजों की मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन ने मौत के पीछे ऑक्सीजन प्रेशर में कमी को कारण बताया था। इसके बाद जयपुर गोल्डन अस्पताल ने ऑक्सीजन सप्लाई में लगातार कमी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट का भी रुख किया था। हाईकोर्ट में दिल्ली सरकार ने रिपोर्ट दाखिल करते हुए कहा कि अस्पताल में मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई थीं।
दिल्ली के सर गंगाराम में ऑक्सीजन की कमी से 25 ने गंवाई जान
दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में 23 अप्रैल को वक्त पर ऑक्सीजन नहीं मिल पाने की वजह से 25 मरीजों की मौत हो गई।
दिल्ली के बत्रा अस्पताल में 12 की मौत
देश की राजधानी दिल्ली में 1 मई को ऑक्सीजन की कमी के चलते बत्रा अस्पताल में 12 कोरोना मरीजों की मौत हो गई। मृतकों में एक अस्पताल के एक डॉक्टर भी शामिल थे। सभी मरीज अस्पताल की आईसीयू यूनिट में भर्ती थे। इस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी का ये एक हफ्ते के अंदर दूसरा मामला है।
महाराष्ट्र: नासिक के एक अस्पताल में 22 लोगों की मौत
महाराष्ट्र के नासिक में 21 अप्रैल को डॉक्टर जाकिर हुसैन अस्पताल में ऑक्सीजन न मिलने के कारण 22 मरीजों की मौत हो गई क्योंकि ऑक्सीजन लीक हो गई थी। ऑक्सीजन लीक होने के कारण अस्पताल में करीब आधे घंटे तक सप्लाई बाधित रही थी। इसके अलावा पालघर जिले के वसई में ऑक्सीजन की कमी के कारण 13 अप्रैल को कम से कम 10 मरीजों की मौत हो गई।