Cyclone Tauktae: चक्रवात ताउते का उत्तर भारत में असर, कई राज्यों में भारी बारिश का अनुमान

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि चक्रवाती तूफान ताउते अब कमजोर पड़कर गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील गया है और अभी दक्षिणी राजस्थान तथा निकटवर्ती गुजरात क्षेत्र में मौजूद है। आईएमडी ने कहा कि इस दबाव क्षेत्र से बुधवार को पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और कुछ दूर-दराज के इलाकों में भीषण बारिश का भी अनुमान है। आईएमडी ने बताया कि गुजरात में भीषण बारिश का कारण बनने के बाद चक्रवात के पश्चिमी विक्षोभ के साथ संपर्क में आने की वजह से राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली सहित कई राज्यों में बारिश होने का अनुमान है। आईएमडी ने बुधवार को सुबह अपने बुलेटिन में बताया कि चक्रवात का दबाव क्षेत्र राजस्थान में उदयपुर से 60 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में और गुजरात में डीसा से 110 किलोमीटर दूर बना है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले दो दिनों में इसके उत्तर पूर्व में राजस्थान से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर आगे बढ़ने का अनुमान है। आईएमडी ने कहा कि इस दबाव क्षेत्र से बुधवार को पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और कुछ दूर-दराज के इलाकों में भीषण बारिश का भी अनुमान है।
उत्तराखंड में भूस्खलन की चेतावनी

मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के संपर्क में आने के कारण उत्तराखंड में बारिश होने का अनुमान है, जिसके चलते भूस्खलन की चेतावनी दी है। हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा पश्चिमी राजस्थान में अगले 24 घंटे में भारी से बेहद भारी बारिश हो सकती है। उसने कहा कि पूर्वी राजस्थान और निकटवर्ती गुजरात क्षेत्र में अगले 12 घंटे में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाएं 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि चक्रवात ‘ताउते’ सोमवार की मध्यरात्रि में सौराष्ट्र क्षेत्र के दीव और उना के बीच गुजरात तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया था। गुजरात में चक्रवाती तूफान के कारण तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ, बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा। इस दौरान हुई घटनाओं में करीब 13 लोगों की मौत भी हुई है। चक्रवाती तूफान के कारण 200 से अधिक तालुका में बारिश हुई। एहतियाती तौर पर राज्य सरकार ने पहले ही दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मंगलवार की शाम पत्रकारों से कहा था कि चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान को अगले कुछ दिनों में दूर कर लिया जाएगा।

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