देश-विदेश की 14 फार्मा कंपनियों ने राज्य में निवेश की दिखाई इच्छा, इन्वेस्टर्स मीट में पहली बार टूरिज्म-आईटी व ऑटोमोबाइल कंपनियां भी
रायपुर। अब छत्तीसगढ़ में भी दवाइयां बनाई जाएंगी। इसके लिए देश -विदेश की 14 फार्मा कंपनियों ने राज्य में निवेश की इच्छा दिखाई है। इनमें विश्वस्तरीय दवा कंपनी मर्क जैसी कंपनी भी शामिल है। इन कंपनियों ने नवा रायपुर में 27 से 31 जनवरी तक होने वाले इन्वेस्टगढ़ छत्तीसगढ़ के लिए 340 से ज्यादा कंपनियाें ने रजिस्ट्रेशन कराए हैं।
छत्तीसगढ़ में पहली बार कोर सेक्टर के कोयला और आयरन पर आधारित कंपनियों के बजाए एग्रीकल्चर, टूरिज्म, आईटी, फार्मा और ऑटोमोबाइल कंपनियां निवेश करने के लिए उत्सुक हैं। इनमें ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन, एग्रीकल्चर सेक्टर की डेलमांटे, ऑटोमेटिव मेनुफेक्चरर डेन्जो और दवा बनाने वाली नामी मर्क कंपनियां शामिल हैं। सबसे ज्यादा यूएसए की 107 कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जबकि यूएई से 62, सिंगापुर से 24 और जापान की 16 कंपनियां हैं। इन्वेस्टगढ़ छत्तीसगढ़ 107 करोड़ का प्रोजेक्ट है, जिसके अंतर्गत 50 बिलियन डॉलर के निवेश की उम्मीद है।
छत्तीसगढ़ में देश के कुल कोयले के भंडार का 18 प्रतिशत और 22 प्रतिशत लोहा है। यही नहीं, सामरिक महत्व के टिन का 36 प्रतिशत भंडार छत्तीसगढ़ के पास है और देश का इकलौता राज्य है। इसी छवि के कारण छत्तीसगढ़ में कोर सेक्टर के उद्योगों पॉवर प्लांट, आयरन आदि में बड़े पैमाने पर निवेश हुए। इस मिथक को तोड़ने के लिए राज्य सरकार द्वारा औद्योगिक नीति में बदलाव किया गया। बड़ी संख्या में रियायतें दी गईं और प्रक्रिया को सरल बनाया गया। इसका असर अब नए निवेश में दिखने लगा है।
12 साल बाद होने जा रहे इन्वेस्टमेंट समिट में कोर सेक्टर के बजाय आईटी, ऑटोमोबाइल, टूरिज्म से लेकर कृषि, इंफ्रास्ट्रक्चर व रक्षा उद्योग से जुड़ी कंपनियां समिट में शामिल होना चाहती हैं। इन्वेस्टगढ़ छत्तीसगढ़ के लिए राज्य सरकार ने वीएक्सपो इंडिया के साथ एमओयू किया है। इसके सीओओ जैसन के मुताबिक यूएसए, जापान, स्विट्जरलैंड, यूएई, सिंगापुर, रसिया की कई नामी कंपनियां इन्वेस्टगढ़ छत्तीसगढ़ में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुकी हैं। इस बार कोर सेक्टर के अलावा एग्रीकल्चर, फूड लॉजिस्टिक, हॉस्पिटालिटी, टूरिज्म आदि में ही फोकस किया जा रहा है।
3 साल में लगे 1751 उद्योग 32 हजार को रोजगार
पिछले तीन सालों में छत्तीसगढ़ में बड़े-छोटे मिलाकर 1751 उद्योग लगे हैं। इनके जरिए 19 हजार करोड़ से ज्यादा का पूंजी निवेश हुआ है। इससे 32 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य के साथ 140 ईकाइयों ने करीब 60 हजार करोड़ का एमओयू किया है। इन उद्योगों की स्थापना से 90 हजार स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।
500 से 1000 करोड़ रुपए तक का निवेश प्रोत्साहन
अब इस्पात क्षेत्र के मेगा और अल्ट्रा प्रोजेक्ट में निवेश के लिए विशेष प्रोत्साहन पैकेज की व्यवस्था की गई है। मेगा निवेश के लिए इस पैकेज में अधिकतम 500 करोड़ तक निवेश प्रोत्साहन दिया जा रहा है। बस्तर संभाग के लिए 1000 करोड़ है। निवेशकों को सिर्फ छूट और सुविधा ही नहीं दी जा रही है बल्कि इस बात का भी ख्याल रखा गया है कि प्रदेश में आसानी के साथ उद्योग स्थापित हो सकें।