समाजवादी इत्र के कारोबारी के घर मिले 150 करोड़, इनकम टैक्स टीम ने खोजे अलमारियों में रखे नोटों के बंडल, गिनती के लिए 4 मशीनें कम पड़ीं

कानपुर। कानपुर के इत्र कारोबारी और सपा नेता पीयूष जैन के घर से इनकम टैक्स को 150 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम मिली है। गुरुवार दोपहर को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने जैन के घर पर रेड डाली थी। आनंदपुरी इलाके में पीयूष जैन के घर में बड़े-बड़े कार्टन्स में नोट भरे मिले हैं। इसकी कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं। खास बात यह है कि पीयूष जैन अखिलेश यादव के करीबी हैं और उन्होंने पिछले दिनों समाजवादी इत्र लॉन्च किया था।

छापे के जो फोटो सामने आए, उनमें दिख रहा है कि अलमारी में कार्टन में भरकर नोट रखे गए थे। 500 रुपए के नोटों की गडि्डयों के बंडल बनाकर पूरा कैश रखा गया था। इन बंडलों को ऐसे पैक कर रखा गया था कि इन्हें आराम से कहीं भी कोरियर किया जा सके। सूत्रों ने बताया कि IT की टीम नोट गिनने की चार मशीनें लेकर पहुंची थी। शुक्रवार सुबह एसबीआई की कल्याणपुर ब्रांच से नोट गिनने के लिए 2 मशीनें और बुलाई गई है। गुरूवार शाम 6 बजे से यहां नोटों की गिनती जारी है। बताया जा रहा है कि नगदी 150 करोड़ रुपए से भी ज्यादा हो सकती है।

IT सूत्रों ने बताया कि रकम इतनी ज्यादा थी कि देर रात तक 4 मशीनों से 40 करोड़ रुपए गिन पाए। बाकी नोटों की गिनती आज होगी। नोट गिनने के लिए SBI के अधिकारियों को भी बुलाया गया है। उनकी मदद से कैश की गिनती की जा रही है। कारोबारी पीयूष जैन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी हैं। कुछ दिनों पहले ही पीयूष जैन ने समाजवादी पार्टी नाम से इत्र लांच किया था। इसको लेकर वह सुर्खियों में भी रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक, पीयूष जैन की करीब 40 कंपनियां हैं। इनमें कई शैल कंपनियां भी शामिल हैं। इन कंपनियों के जरिए टैक्स चोरी की गई है। कन्नौज में इत्र बनता है और मुंबई में इनका शोरूम है। जहां से इत्र देश और विदेशों में सप्लाई होता है। पीयूष जैन ने समाजवादी पार्टी नाम से इत्र लांच किया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने इसके बारे में बताया था। इसको लेकर वह सुर्खियों में भी रहे हैं।

बुधवार को शिखर पान मसाला के यहां GST और इनकम टैक्स की छापेमारी हुई थी। सूत्रों ने बताया कि इसी दौरान IT टीम को पीयूष जैन और सुपारी कारोबारी केके अग्रवाल के द्वारा टैक्स चोरी की टिप मिली थी। इसके बाद गुरुवार को पीयूष जैन और केके अग्रवाल के यहां IT टीम ने छापेमारी की। अग्रवाल के घर से क्या बरामद हुआ इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। GST विभाग के मुताबिक, शिखर पान मसाला फैक्ट्री में की गई छापेमारी के दौरान ये पाया गया कि ई वे बिल न बनाना पड़े, इसके लिए फर्जी फर्म के नाम से 50 हजार रुपए से कम के फर्जी इनवाइस बनाए जाते थे। ट्रांसपोर्टर के यहां खड़े 4 ट्रकों में 200 फर्जी इनवाइस भी बरामद हुई हैं। फैक्ट्री में स्टॉक चेक करने पर कच्चे माल और तैयार माल में काफी अंतर पाया गया।

GST विभाग के सूत्रों के मुताबिक, तीनों कारोबारी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। शिखर पान मसाला में हुई छापेमारी के बाद से ही दोनों कारोबारी अलर्ट हो गए थे। हालांकि, दोनों कारोबारी पर एक साथ छापेमारी कर कैश को ठिकाने लगाने से पहले बरामद कर लिया। पीयूष जैन मूलरूप से कन्नौज के छिपत्ती के रहने वाले हैं। उनका वहां घर, कोल्ड स्टोर, पेट्रोल पंप और इत्र की फैक्ट्री भी है। इत्र की फैक्ट्री का हेड ऑफिस मुंबई में है। ऐसे में आयकर विभाग की मुंबई टीम ने एक साथ कानपुर, मुंबई और कन्नौज के सभी ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। पीयूष जैन की 2 कंपनियां मिडिल ईस्ट में भी हैं।

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