दुर्ग जिले में 1 फरवरी से दोपहिया वाहनों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य, न पहनने पर होगी कड़ी कार्रवाई

दुर्ग। सेंट्रल एवेन्यु रोड व राष्ट्रीय राजमार्ग दुर्ग-रायपुर में 1 तारीख से दोपहिया वाहनों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा। दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट न पहनने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।कलेक्टर एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने ब्लैक स्पॉट में सुधार कार्य हेतु आवश्यक निर्देश दिए। यातायात संबंधित सुझाव एवं शिकायत के लिए दुर्ग पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 94791 92029 जारी किया है।

कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में आज  कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राम गोपाल गर्ग भी सम्मिलित हुए। कलेक्टर ने राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य सड़कों पर हुई दुर्घटनाओं की रोड, थाना तथा सड़कवार रिर्पाेट्स की गहन समीक्षा की तथा चिन्हांकित ब्लैक स्पॉट्स पर सुधारात्मक कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।

साथ ही जिले की सड़कों में यातायात सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए विभिन्न सुझावों पर विमर्श कर कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए। इसमें विशेष रूप से सड़कों से अवैध कब्जे हटाना, प्रकाश व्यवस्था, संकेतक, रोड मार्किंग व गति नियंत्रक बोर्ड लगाना आदि शामिल है। कलेक्टर ने जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में यातायात जागरूकता बढ़ाने तथा नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। साथ ही ध्वनि प्रदुषण पर नियंत्रण हेतु *प्रेशर हॉर्न व मोडिफाई साइलेंसर्स पर प्रवर्तन कार्यवाही* करने तथा इसकी ब्रिकी पर नियंत्रण हेतु मैकेनिक्स एवं ऑटोपाटर्स विक्रेताओं पर भी सक्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी प्रकार सेंट्रल एवेन्यु रोड व राष्ट्रीय राजमार्ग दुर्ग-रायपुर में 1 तारीख से दोपहिया वाहनों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा।

कलेक्टर चौधरी ने सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा 2024 हेतु चिंहाकित ब्लैक स्पॉट्स की जानकारी ली। जिस पर डी.एस.पी. ट्रैफिक सतीश ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2021, 22 एवं 23 में घटित मृत्युजन्य/संघातिक सड़क दुर्घटनाओं के आधार पर सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग  मंत्रालय द्वारा ब्लैक स्पॉट के लिए परिभाषित मानक अनुसार सड़क दुर्घटनाओं एवं मृत्युदर में कमी लाये जाने हेतु 8 दुर्घटनाजन्य सड़क खण्डों को वर्ष 2024 हेतु ब्लैक स्पॉट्स चिन्हांकित किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि उपरोक्त सभी सड़कों पर सुधारात्मक कार्य हेतु सड़कों का भौतिक सत्यापन एवं दुर्घटनाओं के कारणों की समीक्षा की गई है। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व में चिन्हांकित जिले की 6 ब्लैक स्पॉट्स वाली सड़कों पर सुधारात्मक कार्य किए जाने के उपरांत मृत्युजन्य/संघातिक सड़क दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने से सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय द्वारा ब्लैक स्पॉट्स के लिए परिभाषित मानक अनुसार वर्ष 2024 हेतु ब्लैक स्पॉट्स की श्रेणी में नहीं आने के कारण सूची से हटाया गया है।

कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने जिले के संभावित दुर्घटना क्षेत्रों को चिन्हांकित कर सड़क सुरक्षा की दृष्टि से व्यापक इंतजाम करने के निर्देश दिए, जिससे दुर्घटनाओं से बचा जा सके। उन्होंने सड़क दुर्घटना पर रोक लगाने हेतु राष्ट्रीय राजमार्गों को सहायक सड़कों से जोड़ने वाले पॉइंट पर गति अवरोधक रम्बल्ड स्ट्रिप बनाने को कहा। इस हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को चिन्हांकित स्थानों में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने दुर्घटनाजन्य वाले स्थानों पर गति नियंत्रण के लिए जिगजैग, आवश्यक स्थानों पर साईन बोर्ड लगाने, रात्रि में अंधेरे की वजह से हो रही दुर्घटनाओं वाले स्थानों में प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित कराने पर जोर दिया।

रीसेंट पोस्ट्स