भारत की राष्ट्रीय ‘सब्जी’ कौन सी है? नाम सुनेंगे तो हैरान रह जाएंगे, सोचा भी नहीं होगा!

न्यूज़रुम| आजकल किताबें पढ़ने के अलावा टेलीविजन और सोशल मीडिया के जरिए तमाम ऐसे दिलचस्प तथ्यों का पता चलता है, जो हमें हैरान कर देता है| आज इस रिपोर्ट में कुछ ऐसे दिलचस्प तथ्य साझा करेंगे, जिनका जवाब शायद हममें से ज्यादातर लोगों को नहीं पता होगा|

हम अपने देश के राष्ट्रीय ध्वज, राष्ट्रीय वृक्ष, राष्ट्रीय फूल, पशु-पक्षियों, और फलों के बारे में तो जानते हैं, लेकिन अगर कोई राष्ट्रीय सब्जी के बारे में पूछ ले तो हममें से कई लोगों को अपना सिर खुजलाना पड़ता है|

प्रकृति ने हमें फलों और सब्जियों सहित कई खाद्य पदार्थ दिए हैं| जैसे हम फलों को कच्चा खाते हैं, वैसे ही सब्जियों को आमतौर पर मसालों और तेल के साथ पकाया जाता है| कुछ लोग सलाद की तरह कच्ची सब्जियाँ भी खाते हैं|

अक्सर लोगों को आलू खूब पसंद होता है लेकिन बहुत से लोग अगर सुन लें कि कद्दू बनेगा, तो उनका मुंह बन जाता है| आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यही कद्दू हमारे देश की राष्ट्रीय सब्जी है| आयुर्वेद में इसे औषधीय फल का दर्जा दिया गया है| ये कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और डायबिटीज़ समेत हृदय संबंधी रोगों में भी फायदेमंद है|

वैसे आप शायद ही जानते होंगे कि वैज्ञानिक तो कद्दू को सब्ज़ी मानते ही नहीं बल्कि वो इसे फल मानते हैं क्योंकि इसके अंदर बीज होते हैं| दुनिया में कद्दू एक मात्र ऐसा फल है, जिसे सब्ज़ी की भी कैटेगरी में रखा जाता है और फल की भी|

भारतीय कद्दू और विदेशी कद्दू में फर्क होता है और भारत के अलावा इसे अमेरिका, मेक्सिको और चीन में सबसे ज्यादा पैदा किया जाता है| 19वीं सदी में इसकी खोज अमेरिका में हुई थी और यहां के लोग बड़े-बड़े कद्दुओं को हैलोवीन नाम के त्यौहार में बुरी आत्माओं को डराने के लिए इस्तेमाल करते हैं|

भारत में इसे सीताफल और काशीफल भी कहा जाता है, जबकि संस्कृत में ये कूष्मांड, पुष्पफल, वल्लीफल और वृहतफल के नाम से जाना जाता है| ये आसानी से उगाया जा सकता है|