500 रुपये में मिलेगा गैस सिलेंडर : मुख्‍यमंत्री विष्‍णु देव सरकार ने कहा…

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में जल्‍द ही रसोई गैस 500 रुपये में मिलेगा। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले जारी अपने संकल्‍पक पत्र (घोषणा पत्र) में यह वादा किया था।राज्‍य सरकार अपने इस वादे को अगले कुछ महीने में पूरा कर सकती है। इस बात के संकेत मुख्‍यमंत्री विष्‍णु देव साय ने एक दिन पहले हुई बीजेपी की विस्‍तारित कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए दिया है।

बता दें कि छत्‍तीगसढ़ की सत्‍ता में बीजेपी की वापसी में महतारी वंदन योजना का बड़ा योगदान माना जा रहा है। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के दौरान महिलाओं को सलाना 12 हजार रुपये देने का वादा किया था। विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर वोट दिया। यही वजह है कि सत्‍ता में आने के कुछ महीने के भीतर ही बीजेपी ने अपना यह वादा पूरा कर दिया। राज्‍य की महिलाओं को योजना के तहत अब तक 5000 रुपये मिल चुका है।

अब बीजेपी निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गई है। पार्टी का लक्ष्‍य राज्‍य और केंद्र के बाद शहर और गांवों की सत्‍ता हासिल करना है। ऐसे में बीजेपी अपने घोषणा पत्र में किए वादों में से कुछ को इस वर्ष के अंत में होने वाले पंचायत और निकाय चुनाव से पहले पूरा कर सकती है। बीजेपी कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए सीएम साय ने वादों पर अमल करने को लेकर संकेत दिया है।

बता दें कि बीजेपी के वादों में 500 रुपये में रसोई गैस देना भी शामिल हैं। हालांकि यह योजना का लाभ राज्‍य के कुछ खास लोगों को ही मिल पाएगा, क्‍योंकि बीजेपी ने गरीब परिवार की महिलाओं के लिए यह वादा किया है। इस वजह से माना जा रहा है कि इस योजना का लाभ केवल बीपीएल परिवार की महिलाओं को ही मिल पाएगा।

इसके साथ ही उम्‍मीद की जा रही है कि राज्‍य सरकार अगले कुछ महीने में दीनदयाल उपाध्‍याय कृषि मजदूर कल्‍याण योजना भी शुरू कर सकती है। इस योजना के तहत बीजेपी ने हर साल 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का वादा किया है।

विष्‍णु देव साय सरकार को सत्‍ता में आए 6 महीने हुए हैं, लेकिन इतने ही समय में राज्‍य सरकार अपने कई वादे पूरे कर चुकी है। इनमें विवाहित महिलाओं को एक हजार रुपये मिला देने के साथ धान का पुराना बकाया बोनस देने का वादा शामिल है। इस वर्ष धान की खरीदी भी 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से 3100 रुपये प्रति क्विंटल में की गई है। इसी तरह तेंदूपत्‍ता संग्रहकों की मजदूरी बढ़ाई जा चुकी है। पीएससी घोटाला जांच के लिए सीबीआई को सौंपा जा चुका है। पीएससी की भर्ती परीक्षाओं में सुधार के लिए कमेटी बनाई जा चुकी है। श्रीराम लला दर्शन योजना सहित कुछ और वादे पूरे किए जा चुके हैं।