क्रिश्चियन बन चुके 321 लोगों की हुई घर वापसी, जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेन्द्रचार्य की उपस्थिति अपनाया हिन्दू धर्म

रायपुर। दक्षिण भारत के पीठाधीश्वर रामानंदाचार्य नरेन्द्रचार्य की उपस्थिति में क्रिश्चियन बन चुके 321 लोगों की हिन्दू धर्म में वापसी हुई। कार्यक्रम रायपुर के बीटीआई ग्राउंड में हुई। इस कार्यक्रम में कुल 50 परिवार ने हिन्दू धर्म को एक बार फिर से अपना लिया है। इस दौरान जगद्गुरु नरेन्द्रचार्य ने सभी परिवारों को गुरु मंत्र दिया और कहा कि तुम जियो और दूसरों को जीने में सहायता करो। सपने में भी किसी का बुरा नहीं करो तथा एकाग्र मन से भक्ति करो।

बता दें, रायपुर के बीटीआई ग्राउंड में भव्य कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम में दक्षिण भारत के पीठाधीश्वर रामानंदाचार्य स्वामी नरेन्द्रचार्य की मौजूदगी में हिन्दू धर्म को छोड़ ईसाई बन चुके लगभग 50 परिवार के लोगों ने पुनः हिन्दू धर्म को अपना लिया है। सभी गुरु का आशीर्वाद लेकर अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए जीवन मंत्र हासिल किया।

कार्यक्रम सुबह 10 से 6 बजे तक चला। इस कार्यक्रम में कुल 300 साधकों ने गुरु से दीक्षा ली। साथ ही 500 से अधिक लोगों की समस्या को गुरु ने सुना और उन्हें मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने धर्मांतरण पर कहा कि शासन को कठोर नियम बनना और सजा का प्रावधान की आवश्यकता है। जिससे प्रदेश एवं देश के धर्मांतरण पर रोक लगे।

इस दौरान संतों का सम्मेलन भी हुआ। इसमें प्रबुद्ध संतों ने व्याख्यान देते हुए धर्मांतरण पर अपनी बात रखी। विशेष तौर पर संत युधिष्ठिर लाल, संत रामबालक दास, मंहत वेद प्रकाश, संत रामस्वरूप दास सहित किन्नर अखाडे की साध्वी सौम्य उपस्थित रही। इस दौरान छत्तीसगढ़ पीठ प्रमुख ने बताया कि आने वाले दिनों में पाटन स्थित ठकुराइन टोला में रामानंदाचार्य शक्ति पीठ का निर्माण कार्य संस्थान द्वारा चालू किया जाएगा।

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