बिलासा एयरपोर्ट से हैदराबाद के लिए जल्द शुरू होगी फ्लाइट,अलायंस एयर को मिला स्लॉट

बिलासपुर। बिलासा एयरपोर्ट से नईदिल्ली,प्रयागजराज,जबलपुर के बाद अब हैदाराबाद की एयर कनेक्टिवटी होने वाली है। केंद्र सरकार ने बिलासपुर से हैदराबाद फ्लाइट को मंजूरी दे दी है।

फ्लाइट चलाने की जिम्मेदारी अलायंस एयर को दी गई है। इसके लिए स्लाट जारी कर दिया है। स्लाट जारी करने के साथ ही अब शेड्यूल जारी होने का इंतजार किया जा रहा है। केंद्र की योजना पर नजर डालें तो हैदराबाद,बिलासपुर व जगदलपुर के बीच उड़ान प्रस्तावित है। विमानन मंत्रालय द्वारा स्लाट जारी कर दिए जाने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही शेडयूल भी जारी कर दिया जाएगा।

हैदराबाद के लिए फ्लाइट की सुविधा मिलने के साथ ही अंबिकापुर से नियमित विमान सेवा प्रारंभ होने की उम्मीद भी जताई जा रही है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 20 अक्टूबर को वर्चुअल उद्घाटन किया था। उद्घाटन के 24 दिन बाद भी उड़ान प्रारंभ नहीं हो सका है। अंबिकापुर के महामाया एयरपोर्ट से विमान संचालन का जिम्मा पलाई बिग कंपनी को मिला है। अब तक शेड्‌यूल जारी नहीं किया गया है। योजना के तहत अंबिकापुर से बिलासपुर होते हुए फ्लाइट रायपुर पहुंचेगी। बिलासपुर से हैदराबाद और अंबिकापुर के महामाया एयरपोर्ट से बिलासपुर व रायपुर के लिए विमान सेवा प्रारंभ होने के बीच एक अच्छी खबर ये भी है कि बिलासा एयरपोर्ट कें नाइट लैंडिंग के लिए काम प्रारंभ हो गया है। बीते दिनों छत्तीसगढ़ सिविल एविएशन के अफसरों ने पीडब्ल्यूडी के तकनीकी विशेषज्ञों को रायपुर तलब किया था। विवेकानंद एयरपोर्ट में लगे डीवीओआर सिस्टम को दिखाया और इसी तकनीक के आधार पर बिलासा एयरपोर्ट में डीवीओआर लगाने के लिए काम प्रारंभ करने का निर्देश दिया है। डीवीओआर स्टालेशन से पहले सिविल वर्क को पूरा करने में तीन महीने लगने की संभावना जताई जा रही है। यही कारण है कि एविएशन विभाग के अफसरों ने पीडब्ल्यूडी के अफसरों को सिविल वर्क को समय रहते तय समय सीमा में पूरा करने कहा है।

एएआई उपलब्ध कराएगा डीवीओआर

राज्य शासन ने बिलासा एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग के लिए सबसे जरुरी शर्त डीवीओआर उपकरण के लिए एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया को आर्डर दे दिया है। यह मशीन एएआई शासन को उपलब्ध कराएगा।

छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट कर रहा मानिटरिंग

बिलासा एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग सहित विमानों के फेरे और महानगरों के लिए विमान सेवा प्रारंभ करने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में दो अलग-अलग जनहित याचिका दायर की गई है। एक याचिका स्व कमल दुबे और दूसरी पीआईएल हाई कोर्ट के अधिवक्ता संदीप दुबे ने दायर किया है। दोनों याचिकाओं की हाई कोर्ट में एकसाथ सुनवाई हो रही है। हाई कोर्ट के निर्देश और मानिटरिंग के चलते ही कामकाज में तेजी आई है।

 सेना से लेना है 287 एकड़ जमीनी

एयरपोर्ट में रनवे सहित नाइट लैंडिंग सुविधाओं के विस्तार के लिए एयरपोर्ट अथारिटी को 287 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। यह जमीन सेना से लेना है। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के निर्देश के बाद सेना ने अपने कब्जे वाली 1178 एकड़ में से 287 एकड़ जमीन एयरपोर्ट विकास के लिए देने का आश्वासन दिया है। बता दें कि राज्य शासन ने इसके लिए आवश्यक सभी प्रक्रिया को पहले ही पूरा कर दिया है। जमीन के बदले में राशि भी राज्य शासन ने सैन्य मुख्यालय को जमा करा दिया है।