प्रेग्नेंसी के पहले 3 महीने इन 8 फूड्स को कभी न खाएं, मिसकैरेज का बढ़ जाता है रिस्क, एक्सपर्ट से जरूर कर लें बात

Foods that can cause miscarriage: किसी भी महिला के लिए प्रेग्नेंसी के पूरे 9 महीने किसी रोलर कोस्टर राइड की तरह होता है| प्रेग्नेंसी के तीन ट्राइमेस्टर होते हैं, जिसमें गर्भधारण करने के बाद पहला तीन महीना काफी सावधानी पूर्वक बिताना होता है| ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान गर्भ में भ्रून का विकास होना शुरू ही होता है| वह काफी नाजुक होता है| ऐसे में खानपान, उठने-बैठने में काफी अलर्ट रहने की जरूरत होती है| पहले तीन महीने ही कुछ महिलाओं में गर्भपात यानी मिसकैरेज होने का रिस्क भी काफी रहता है| ऐसे में कुछ चीजों के सेवन से परहेज करना चाहिए| कुछ फूड्स ऐसे होते हैं, जो गर्भपात का कारण बन सकते हैं| चलिए जानते हैं कौन-कौन से हैं वे फूड्स, जिनके अधिक सेवन से मिसकैरेज हो सकता है|

प्रेग्नेंसी में मिसकैरेज का कारण बन सकते हैं ये फूड्स

– टीओआई में छपी एक खबर के अनुसार, आप गर्भावस्था के दौरान खासतौर से पहले तीन महीने में स्मोक्ड और फ्रिज में रखे फ्रोजन सीफूड के सेवन से बचें| ये आपकी सेहत के लिए हेल्दी नहीं| यह लिस्टेरिया नामक बैक्टीरिया से दूषित हो सकता है| लिस्टेरिया इंफेक्शन कर सकता है, जिससे मिसकैरेज हो सकता है|

-प्रेग्नेंट महिलाओं को कच्चे अंडे भी खाने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इससे आपको फूड पॉइजनिंग और सैल्मोनेला (salmonella) बैक्टीरिया से नुकसान हो सकता है| अंडे के सफेद और पीले भाग को अच्छी तरह से पका कर खाएं|

– प्रेग्नेंसी में दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थ का सेवन बहुत जरूरी है ताकि आपको विटामिन डी और कैल्शियम की कमी ना हो, लेकिन आप कच्चे और बिना पाश्चुरीकृत दूध (unpasteurized) या किसी भी फूड में इनका इस्तेमाल हो तो उसके सेवन से बचना चाहिए| कच्चे अंडे की ही तरह कच्चा दूध भी प्रेग्नेंसी में ठीक नहीं है| यह भी फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है|

– सहजन की सब्जियां वैसे तो बहुत हेल्दी होती हैं, लेकिन क्या आप ये जानती हैं कि सहजन प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने खाना बहुत ही हानिकारक होता है| दरअसल, सहजन के पेड़ पर एल्फा-सिटोस्टेरॉल नामक तत्व होता है, जो गर्भपात का कारण बन सकता है|

– एलोवेरा जेल स्किन, बालों, पेट के लिए बहुत हेल्दी माना गया है, लेकिन प्रेग्नेंसी में यह उतना फायदेमंद नहीं होता है| एलोवेरा जेल जिस चीज में भी हो, आप उसे न खाएं, क्योंकि इससे पेल्विक हेमोरेज हो सकता है, जो मिसकैरेज का कारण बन सकता है| बेहतर है कि आप एलोवेरा जेल का किसी भी फॉर्म में प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में अवॉएड करें|

-पपीता के बारे में भी बड़े-बुजुर्ग हमेशा से कहते आए हैं कि कभी भी प्रेग्नेंसी में पपीता नहीं खाना चाहिए| इसकी तासीर गर्म होती है और पहली तिमाही में गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन करने से बच्चे को भी नुकसान पहुंचा सकता है| खासकर, कच्चे पपीते में मौजूद एंजाइम यूटरिन पर दबाव, संकुचन का प्रभाव डालता है, जिससे गर्भपात हो सकता है|

– अनानास खाने से भी आपको परहेज करना चाहिए, क्योंकि इसमें मौजूद ब्रोमेलेन यूटरिन की मांसपेशियों को स्मूद बनाते हैं, जिससे मिसकैरेज होने की संभावना बढ़ जाती है| ऐसे में पहले तीन महीने बिल्कुल भी इसका सेवन न करें| अनानास का जूस डिलीवरी के समय पीना हेल्दी है, क्योंकि इससे डिलीवरी की प्रक्रिया आसान और जल्दी होती है|

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