अमेरिका में नस्ली अशांति एक कड़वी सच्चाई है

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका में नस्ली अशांति एक कड़वी सच्चाई है और हमारे इतिहास के कुछ हिस्सों पर हमें गर्व नहीं है। उन्होंने देश में सामाजिक सौहार्द्र की अपील के लिये अपने आव्रजन की कहानी याद करते हुए यह बात कही। मेलानिया रिपब्लिकन राष्ट्रीय सम्मेलन में व्हाइट हाउस के रोज गार्डन से अपने संबोधन में ‘अपने पति, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को फिर से निर्वाचित करने की भावुक अपील की। उन्होंने कहा, अमेरिका उनके दिल में बसता है। उन्होंने कहा, आप सभी की तरह, मैंने भी हमारे देश में नस्ली अशांति के बारे में गौर से सोचा है। मैं लोगों को अतीत से सीखते हुए अपने भविष्य पर ध्यान केंद्रित करने को प्रोत्साहित करती हूं।’ मई में मिनियापोलिस शहर में जॉर्ज फ्लॉयड नाम के एक काले व्यक्ति की मौत होने के बाद सामाजिक-राजनीतिक अशांति के संदर्भ में यह उनकी पहली बड़ी टिप्पणी है। फ्लॉयड को मिनियापोलिस, मिनेसोटा में एक दुकान के बाहर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी की वीडियो फुटेज में यह दिखा कि एक गोरे पुलिस अधिकारी ने कुछ मिनट तक अपने घुटने से उसकी गर्दन जमीन पर दबाये रखी थी। इस अधिकारी पर हत्या का आरोप लगा। वहीं, फ्लॉयड की मौत के बाद नस्ली अन्याय एवं पुलिस बर्बरता के खिलाफ दुनिया भर में प्रदर्शन हुए। मेलानिया ने कहा कि उन्हें 2006 में अमेरिकी नागरिकता मिली और यह उनके जीवन का सबसे गौरवपूर्ण क्षण था। मेलानिया ने ट्रंप से 2005 में शादी की थी। मेलानिया ने कहा, हमें आज यह अवश्य याद रखना चाहिए कि हम एक समुदाय हैं, जिसमें कई नस्ल, धर्म और मूल शामिल हैं। हमारे विविध इतिहास ने हमारे देश को मजबूत बनाया है और फिर भी हमें अभी एक दूसरे से काफी कुछ सीखना बाकी है। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने देश में नस्ल और धर्म से जुड़े मुद्दों पर काम किया है। उन्होंने कहा कि ट्रंप देश के लिये सबसे अच्छे उम्मीदवार हैं।