अरूण वोरा के पहल करने और उपमुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से खत्म हुआ सफाई कर्मियों का धरना

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दुर्ग। पिछले 7 दिनों से दुर्गवासी शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर और बदबू से परेशान थे। नगर पालिक निगम दुर्ग के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल, जो बीते सात दिनों से शहर की सफाई व्यवस्था को पूरी तरह ठप कर चुकी थी, आखिरकार आज समाप्त हो गई। इस समाधान के पीछे अहम भूमिका निभाई दुर्ग शहर के पूर्व विधायक अरुण वोरा ने। 28 मई को धरना स्थल पर वोरा के पहुँचते ही घटनाक्रम में अचानक तेजी आ गई।

वोरा ने स्वयं धरना स्थल पहुंचकर न केवल कर्मचारियों से बातचीत की, बल्कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए त्वरित समाधान की दिशा में प्रयास किया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से तुरंत संवाद किया और राज्य शासन के स्तर पर भी तत्काल पहल की। बिना देरी किए, वोरा ने मौके से ही उपमुख्यमंत्री अरुण साव जी से दूरभाष पर संपर्क कर उन्हें दुर्ग की बिगड़ती स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने अनुरोध किया कि वे शीघ्र हस्तक्षेप करें और नगर निगम प्रशासन को निर्देश दें कि कर्मचारियों की जायज़ मांगों को तुरंत पूरा किया जाए।

रांची प्रवास पर होने के बावजूद साव ने दुर्ग की स्थिति को गंभीरता से लिया और भरोसा दिलाया कि वे नगर निगम आयुक्त एवं महापौर से बात कर शीघ्र समाधान की दिशा में कार्रवाई करेंगे। आज 29 मई को प्रशासन ने सफाई कर्मचारियों की प्रमुख मांगों पर सहमति दी। इसके साथ ही धरना समाप्त करने की घोषणा हुई और दुर्ग शहर को राहत की सांस मिली।

धरना खत्म होने के बाद वोरा ने आभार व्यक्त करते हुए कहा: “मैं उपमुख्यमंत्री अरुण साव का धन्यवाद करता हूँ। उन्होंने मेरी बात संवेदनशीलता से सुनी और तुरंत ठोस कदम उठाया। मैं दुर्ग प्रशासन को भी इस सकारात्मक पहल के लिए सराहता हूँ। ” कर्मचारियों की प्रतिक्रिया- भरोसे की जीत धरना स्थल पर मौजूद कर्मचारियों ने कहा: वोरा हमारे बीच आए और हमारी आवाज़ शासन तक पहुँचाई। आज हमारी समस्याओं का हल निकला है, तो इसका श्रेय उन्हीं को जाता है।

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