क्या संक्रमण से हमेशा के लिए बचाएगी कोरोना वैक्सीन?
कोरोना के कहर में इसकी वैक्सीन की खबरें लोगों को राहत दे रही हैं और लोग इसकी वैक्सीन का इतंजार भी कर रहे हैं। आपको बता दें कि इसकी वैक्सीन पर दुनियाभर के देश काम कर रहे हैं। रूस से लेकर भारत तक सब इसकी वैक्सीन बनाने में जुटे हैं लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या इस वैक्सीन के उपयोग करने से कोरोना हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा ? क्या ये वैक्सीन संक्रमित मरीजों को इस वायरस से बचा पाएंगी? क्या इससे दोबारा संक्रमित होने का खतरा कम होगा ?
ऐसे सवाल आज हर एक व्यक्ति के मन में हैं कि अगर वैक्सीन आई तो क्या हमेशा के लिए इस वायरस से छुटकारा मिलेगा। वहीं अब इन्हीं सवालों पर तेलंगाना से एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है।
ठीक होने वाले मरीज दोबारा हो रहे संक्रमित
दरअसल हाल ही में तेलंगाना सरकार की तरफ से कहा गया कि वहां ऐसे 2 मरीज मिले हैं जो कोरोना से ठीक हो गए थे लेकिन वह फिर दोबारा इसके संक्रमण में आ गए लेकिन कईं रिपोर्टस में ऐसी भी बातें सामने आई थी कि संक्रमित मरीज को दोबारा कोरोना नहीं होता है लेकिन इन सब बातों में भी लोग दोबारा संक्रमित हो रहे हैं ऐसे में लोगों के मन में एक डर और सवाल दोनों हैं कि क्या वैक्सीन के बाद सक्रंमण तो नहीं होगा।
दोबारा संक्रमण न हो इसकी कोई गारंटी नहीं
दोबारा सक्रंमण होने या न होने पर तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री इतेला राजेंदर के अनुसार इस बात की कोई गारंटी नहीं हैं कि संक्रमित मरीज ठीक होने के बाद इस वायरस की चपेट में न आए क्योंकि अगर जिन लोगों में सही मात्रा में एंटीबॉडीज नहीं बन पाते हैं उनमें इस वायरस से दोबारा संक्रमण होने का खतरा बना रहता है।
क्या वैक्सीन हमेशा के लिए संक्रमण से बचाएगी ?
इन सब बातों के बाद लोगों के मन में अब यह सवाल है कि क्या वैक्सीन इस वायरस से बचा पाएगी लेकिन इस पर अगर विशेषज्ञों की मानें तो जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक इन सब बातों पर कुछ नहीं कहा जा सकता है कि क्या वैक्सीन संक्रमण से बचाएगा या नहीं लेकिन इसी पर अगर रूस की वैक्सीन को लेकर वैज्ञानिकों ने यह दावा किया था कि वह कोरोना वायरस के खिलाफ दो साल तक शरीर को पूरी तरह से सुरक्षा प्रदान करेगी। वहीं हांगकांग ने भी रिसर्च में यह दावा किया है कि जो लोग एक बार वायरस से ठीक हो चुकें, वह भी दोबारा संक्रमित हो सकते हैं। रिसर्च में कहा गया है कि जितनी भी वैक्सीन तैयार हो रही है, उसमें यह गारंटी नहीं है कि मरीज दोबारा कोरोना संक्रमित नहीं हो सकता है