बड़ी हुई शुगर को कम करने में मदद करेगी जिमीकंद
जिमीकंद को अंग्रेंजी भाषा में Elephant Foot Yam के नाम से जाना जाता है। इसे भारत के शहरों में सूरन और ओल भी कहा जाता है। यह मिट्टी के अंदर उगने वाली सब्जी है। इसमें विटामिन, कैल्शियम, आयरन, एंटी- ऑक्सीडेंट गुण पाएं जाते हैं। ऐसे में इसके सेवन से शरीर का बीमारियों से बचाव रहता है। खासतौर पर डायबिटीज और कैंसर के रोगियों के लिेए यह औषधीयस्वरूप मानी जाती है। ऐसे में इस सब्जी को अपनी डेली डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं इसके सेवन से मिलने वाले अन्य फायदों के बारे में…
डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद
एक रिसर्च के अनुसार, जिमीकंद का नियमित रूप से सेवन करने से डायबिटीज कंट्रोल में रहती है। एक शोध के अनुसार भी इसकी गुणवत्ता को देखते हुए इसे डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। इस मधुमेह के रोगियों के लिए दवा के रूप में माना जा सकता है।
आंखों के लिए फायदेमंद
इसमें विटामिन ए, बी, सी, एंटी- ऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में होने से इसके सेवन से आंखों की रोशनी बढ़ने में मदद मिलती है। साथ ही आंखों से संबंधित बीमारियों के लगने का खतरा कई गुणा कम हो जाता है।
खून बढ़ाए
जिमीकंद के सेवन से शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर कमजोरी, थकान आदि की परेशानी दूर कर खून की कमी को पूरा करती है।
चेहरे पर जगाए ग्लो
इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, बी, बीटा कैरोटीन और एंटी ऑक्सीडेंट्स तत्व होने से शरीर को हाइड्रेट करने में मदद करता है। ऐसे में त्वचा को सही मात्रा में नमी मिलती है। ये त्वचा की मृत कोशिकाओं को साफ कर नई कोशिकाओ को बनाने में मदद करता है। ऐसे में स्किन से जुड़ी परेशानियां दूर हो चेहरा साफ, ग्लोइंग और जवां नजर आता है।
दिल की सेहत का रखे ध्यान
इसमें कोलेस्ट्रॉल, पोटेशियम की मात्रा कई गुणा कम होने से दिल स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। साथ ही नियमित रूप से इसका सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल जमने की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। ये दिल की क्तवाहिनियों में सिकुड़ने होने की समस्या से भी बचाव करता है। ऐसे में दिल को सही मात्रा और तरीके से खून मिलता है।
कैंसर के खतरे को करे कम
जिमीकंद में विटामिन, कैल्शियम, फाइबर, आयरन, एंटी- ऑक्सीडेंट, एंटी- वायरल गुण होते है। फाइबर अधिक मात्रा में होने से यह खाने और अन्य माध्यमों से शरीर में उन विषैले पादर्थों को सोख में मदद करता है जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने का कारण बनते हैं। खासतौर पर इसके सेवन से कोलोन कैंसर होने का खतरा कई गुणा कम हो जाता है।