फर्जीवाड़े का खुलासा, रेलवे में ईएसआई व ईपीएफ घोटाला, 332 कर्मियों मे 161 गुजरात के

durg relway

दुर्ग:- रेलवे में ईएसआई व ईपीएफ घोटाला सामने आया है। ठेका कंपनी ने रेलवे प्रशासन को दुर्ग के सफाई कर्मियों का पीएफ और ईएसआई काटने की जानकारी दी थी लेकिन यह राशि जमा नहीं की गई। इसके अलावा जो लोग गुजरात में काम कर रहे हैं। उन्हें दुर्ग में कार्यरत बताया गया है। 332 कर्मियों का ईपीएफ व ईएसआई काटने की जानकारी दी गई है इनमें 161 गुजरात के हैं। कंपनी ने जो नाम दिए हैं उनमें 47 महिलाएं हैं। जबकि नियमानुसार चलती ट्रेनों में सफाई व्यवस्था का कार्य महिलाओं से नहीं लेना है।
रेलवे प्रशासन ने ओबीएचएस यानी ऑन बोर्ड हाउस कीपिंग सर्विस के तहत दुर्ग रेलवे स्टेशन से चलने वाली 9 ट्रेनों में साफ-सफाई के लिए ठेका दिया था। मार्च में लॉक डाउन होने से पहले तक यह काम चला। काम बंद होने से पहले रायपुर रेलवे प्रशासन ने ठेका कंपनी से कर्मियों की डिटेल मांगी ताकि इनका भुगतान किया जा सके। डायनामिक इंटरप्राइजेस नामक कंपनी के इस फर्जीवाड़े का खुलासा आरटीआई से मिली जानकारी से हुआ है। इस कंपनी ने दुर्ग स्टेशन में 10 जुलाई 2018 से 24 मार्च 2020 तक काम किया है।
रेलवे की गलती, बिना वेरीफिकेशन के बिल पास: दुर्ग से चलने वाली 9 ट्रेनों में काम करने वाली सफाई ठेका एजेंसियों की करोड़ों का बिल बिना वेरीफिकेशन किए पास कर दिया गया।

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