जम्मू-कश्मीर: पुलवामा में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, मुठभेड़ में मार गिराए दो आतंकी
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों के पास से एक एके-47 राइफल और एक एम-4 राइफल बरामद हुई है। सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम द्वारा चलाया गया ऑपरेशन अभी भी जारी है।
जानकारी के अनुसार, खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला था कि पुलवामा के त्राल के नागबेरान तारसर के जंगल में आतंकी छिपे हैं। इस पर सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण के लिए कहा, लेकिन आतंकियों ने आत्मसमर्पण नहीं किया। आतंकियों ने खुद को घिरा देख सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी मुंहतोड़ जवाब देते हुए दो आतंकियों को मार गिराया है। आतंकियों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। फिलहाल सुरक्षाबलों ने इलाके में तलाशी अभियान चला रखा है।
इससे पहले, 24 जुलाई को उत्तरी कश्मीर के सीमांत जिले बांदीपोरा में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का ऑपरेशन शुरू हुआ, जो लगातार तीन दिन चला। सुरक्षाबलों द्वारा सुमलर इलाके के शोकबाबा और आरागाम जंगल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया। जोकि लगातार करीब 72 घंटे से भी ज्यादा समय चला।
इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराने में सफलता पाई। ये सभी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से संबंधित थे। मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं।
दरअसल यह ऑपरेशन 24 जुलाई को तड़के उस समय शुरू हुआ जब पुलिस को जिले के सुमलर इलाके के शोकबाबा जंगल क्षेत्र में आतंकियों के एक बड़े दल की मूवमेंट का इनपुट मिला। इस इनपुट के आधार पर तुरंत जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सेना की 13 और 14 आरआर व सीआरपीएफ के साथ मिलकर एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया।
इस दौरान सेना की इलीट फोर्स पैरा और मारकोस को भी ऑपरेशन में शामिल किया गया। आतंकियों ने एडवांस सर्च पार्टी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसका जवानों ने भी मुहतोड़ जवाब दिया। इस मुठभेड़ में शुरू में दो आतंकियों को, जबकि रविवार की सुबह एक और आतंकी को मार गिराया गया।
सूत्रों के अनुसार यह पांच आतंकियों का एक ग्रुप था, जिसमें बताया जा रहा है कि एक स्थानीय और बाकी के चार पाकिस्तानी आतंकी थे। मारे गए आतंकियों में से एक आतंकी की शिनाख्त शाकिर अल्ताफ बाबा के तौर पर हुई, जो वर्ष 2018 में अटारी-वाघा बॉर्डर से पाकिस्तान गया था और हाल ही में एलओसी से घुसपैठ कर कश्मीर में दाखिल हुआ था। बता दें कि शाकिर अल्ताफ बाबा के मारे जाने की पुष्टि कश्मीर जोन के आईजी विजय कुमार ने की थी। मारे गए आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए हैं और उनके पास से तीन एके 47 राइफलें, 280 कारतूस और 13 मैगजीन बरामद हुई हैं।