दूल्हे संग विदा हुई दुल्हन, बीच रास्ते प्रेमी संग भागी
कांकेर। एक दुल्हन, शादी के बाद विदा तो दूल्हे के साथ हुई, लेकिन भाग निकली अपने प्रेमी के साथ। इसके लिए प्रेमी को व्हॉट्सएप पर अपनी लाइव लोकेशन भी भेजती रही। फिर बीच रास्ते टॉयलेट के बहाने फरार हो गई। यह फिल्मी लग रही कहानी छत्तीसगढ़ के कांकेर की है। फिलहाल मानपुर थाना पुलिस ने सूचना मिलने के बाद नाकाबंदी कर दोनों को पकड़ लिया। युवक को हिरासत में लिया है और युवती को परिजनों को सौंप दिया गया है। यह पूरी कहानी है दंतेवाड़ा निवासी आरती सहारे और बस्तर के बकावंड निवासी विकास गुप्ता की। दोनों के बीच लंबे समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा था, लेकिन परिजन शादी के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने आरती के बालिग होते ही उसकी शादी महाराष्ट्र के सांवरगांव के एक युवक से तय कर दी। शादी की तारीख भी आ गई और 6 फरवरी को दूल्हा बारात लेकर लड़की के पैतृक गांव बालोद के दल्लीराजहरा उसे ब्याहने पहुंच गया।
नई नवेली दुल्हन सोमवार को ससुराल जाने दूल्हे संग विदा हुई। अभी वह राजनांदगांव क्षेत्र में मानपुर के पास पहुंचे थे कि तड़के करीब 4 बजे उसने टॉयलेट के बहाने गाड़ी रुकवाई। इसके बाद पीछे आ रही कार में प्रेमी के साथ भाग निकली। इससे पहले वह मंडप से निकलने से लेकर पूरे रास्ते व्हॉट्सऐप पर प्रेमी को अपनी लाइव लोकेशन भेजती रही। जिसका जरिए प्रेमी विकास उसका पीछा करते हुए साथ-साथ आता रहा। नई बहू के बीच रास्ते में अंधेरे में गायब हो जाने से ससुराल के लोग हड़बड़ा गए। दूल्हा अपने परिवार सहित मानपुर थाने पहुंच गया और पत्नी के लापता होने की शिकायत की। मामला गंभीर था तो पुलिस भी सतर्क हुई और तत्काल आसपास के जिलों में भी वायरलेस से मैसेज किया गया। दोपहर करीब 1 बजे कांकेर पुलिस ने आरती और विकास को पकड़ लिया। दोनों को थाने लेकर आई और फिर वहां से मानपुर थाना पुलिस को सौंप दिया गया। युवती आरती ने पुलिस को बताया कि उसने पिता से काफी मिन्नतें की, लेकिन उन्होंने कहा कि मैं जबान दे चुका हूं। रिश्तेदार क्या कहेंगे। इसके बाद उसे पैतृक गांव ले गए। आरती ने बताया कि वह शादी के दौरान भाग न जाए इसलिए उसकी बुआ पूरे समय उसे पकड़ कर रखतीं। इसी तनाव के चलते उसकी तबीयत भी बिगड़ गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उसे ब्लड चढ़ना था, लेकिन फेरे का समय हो जाने के कारण परिवार ने आधा ही चढ़वाया।
दुल्हन के अनुसार, अस्पताल से जब उसे मंडप में लाया गया तो उसे चक्कर आ रहे थे। जैसे ही मंडप में दूल्हा संग बैठी, तो वह बेहोश हो गई। जब होश आया तो उसके गले में मंगलसूत्र था जिसे उसने निकाल दिया। उसने कहा, मैंने फेरे भी नहीं लिए हैं। मंगलसूत्र कहां से आया पता नहीं। उसे विदा कर दिया गया। आरती ने कहा कि वह पहली बार विकास से दंतेवाड़ा मंदिर में साल 2017 में मिली थी। पिछले पांच साल से उसे प्यार करती है। उसे छोड़ नहीं सकती। उसने मुझे नहीं, मैंने उसे भगाया है। आरती को भगाने में विकास के साथ उसके जगदलपुर निवासी दो दोस्त भी शामिल थे।