दुर्ग पुलिस ने स्कूल बसों की जांच के लिए लगाया कैंप। 11 बसों में पाई गई खामियां, जीपीएस व सीसीटीवी कैमरा की भी हुई जांच
भिलाई। दुर्ग पुलिस द्वारा स्कूल खुलने से पूर्व स्कूल बसों की कंडीशन की जांच कर रहा है। रविवार को सेक्टर-6 पुलिस ग्राउंड में दूसरी बार स्कूल बसों की जांच के लिए कैंप लगाया गया। दुर्ग पुलिस व यातायात विभाग द्वारा जांच शिविर लगाया गया। इस दौरान दुर्ग भिलाई के15 निजी स्कूलों से 98 बसों की जांच की गई। इस दौरान 11 बसों में खामियां पाई गई। इन बसों से यातायात पुलिस ने मोटरव्हीकल एक्ट के तहत 5500 रुपए का जुर्माना वसूल किया। साथ ही बसों की खामियां दूर करने हिदायत दी गई।
माननीय सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाईन के अनुसार एवं एसपी जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर डीएसपी सतीष ठाकुर व क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एसएल लकड़ा के नेतृत्व में स्कूली छात्र छात्राओं के सुरक्षित परिवहन को ध्यान में रखते हुए रविवार को द्वितीय चरण में पुलिस ग्राउण्ड सेक्टर 06 भिलाई में स्कूल बस का जांच शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के 15 स्कूलों के छात्र छात्राओं में परिवहन करने वाले 98 बसों का जांच किया गया है। वाहन की जांच शिविर का उददेश्य छात्र छात्राओं का सुरक्षित परिवहन से है।
जांच शिविर के दौरान सर्व प्रथम वाहनों का रजिस्ट्रेशन किया गया तत्पश्चात परिवहन विभाग द्वारा स्कूल बसों के दस्तावेजों की जांच की गई। जांच के दौरान वाहन का रजिस्टेशन, परमिट, फिटनेस, बीमा, पीयूसी, रोड टैक्स, वाहन चालक का लाइसेंस चेक किया गया। इसके बाद वाहनों का मैकनिकल फिटनेस जांच किया गया। जिसके अंतर्गत हेड लाईट, ब्रेक लाईट, पार्किग लाईट, इन्डिकेटर लाईट, बैक लाईट, मीटर, स्टेरिंग की स्थिति, टायर की स्थिति, क्लच, ऐक्सीलेटर, सीट की स्थिति, हॉर्न की स्थिति, वॉयपर एवं वाहन में आगे रिफ्लेक्टर आदि की जांच की गई।
चेंकिग के क्रम में सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित मापदण्ड के अनुरूप जैसे वाहन में जीपीएस, सीसीटीवी कैमरा, स्पीड गर्वनर, प्रेर्शर हार्न, आपातकालीन खिडकी, स्कूल का नाम, टेलीफोन नंबर, चालक का मोबाईल नंबर, ऐड बॉक्स, अग्निशमन यंत्र, स्कूल बस के आगे पीछे स्कूल बस लिखा है की नहीं चेक किया गया।
जांच के दौरान परिवहन विभाग द्वारा, बिना वायपर 03, बिना ब्रेक लाइट 01, बिना वर्दी 05, खऱाब टायर 01, बिना बेच बिला 01 कुल 11 स्कूली बसो पर चालान करते हुए 5500 रुपए समन शुल्क वसूल किया गया। चेंकिग के दौरान पायी गई खामियां को पूर्ण कर पुन: चेक कराने हेतु निर्देशित किया गया। इसके अलावा चालक व परिचालकों का नेत्र परिक्षण भी कराया गया।
डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि जिन स्कूलों की बसें शिविर में नहीं पहुंची उन बसों की जांच सड़क पर की जाएगी। ऐसे बसों को चिह्नांकित कर जांच किया जाएगा और खामियां पाई जाने पर कार्रवाई की जाएगी। जांच शिविर के दौरान डीएसपी ट्रैफिक सदानंद बिन्दराज, डीएसपी सतीश ठाकुर व परिवहन निरीक्षक विष्णु ठाकुर द्वारा वाहन चालकों को यातायात संकेत ,यातायात सिग्नल के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
साथ ही बस चलाते समय लापरवाही न करने, कंडक्टर को दरवाजे पर खड़ा ना रहने, बच्चों को सुरक्षित उतारने चढ़ाने, नियंत्रित गति में ड्राइविंग की सलाह दी गई। जांच शिविर में एसआई परिवहन शशिकांत बंजारे , जमील चौहान, लोकेश पाटिल, परिवहन विभाग एवं यातायात पुलिस विभाग से चंद्रकांत कोसरिया निरीक्षक यातायात, सुशील पाण्डेय, मदन साहू, सहायक उप निरीक्षक, आरक्षक तिलक साहू, अनुपम शुक्ला, मिथलेश देवांगन यातायात प्रथम वहानी के वाहन शाखा विभाग से तारकेश्वर सिंह, बृज नाथ तिवारी आदि उपस्थित रहे।