बेपनाह खूबसूरत तो हैं, पर बेहद बेरहम भी, ये हैं ‘मोसाद’ की कातिल हसीनाओं के हथियार!
इज़राइल-हमास के बीच चली आ रही महीनों की जंग में जैसे ही ईरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया को मारा गया, इज़राइली इंटेलिजेंस एजेंसी मोसाद सुर्खियों में आ गई| आइए आपको बताते हैं इस एजेंसी मौजूद 40 फीसदी महिला जासूसों के बारे में, जो खूबसूरत तो हैं, पर बेहद बेरहम भी| मोसाद का मतलब एक वक्त में मौत समझा जाता था| जो इस एजेंसी की निगाह में चढ़ा, वो बच नहीं सका| इस एजेंसी के शीर्ष पदों पर 24 फीसदी महिलाएं काम करती हैं|
मोसाद का नाम आते ही इस एजेंसी की उन हसीनाओं का ज़िक्र खुद ब खुद आ जाता है, जो दिखने में तो सुंदरता की देवी हैं लेकिन कारनामे ऐसे-ऐसे कर जाती हैं कि दुश्मन दंग रह जाए| मोसाद के 70 साल के इतिहास में इसकी महिला जासूसों की कई कहानियां हैं, जिसमें उन्होंने दुश्मन को अपनी अदाओं के जाल में फंसाकर अंजाम तक पहुंचा दिया| 1986 में इजराइल के ही एक पूर्व परमाणु वैज्ञानिक ने जब वहां के न्यूक्लियर प्रोग्राम की तस्वीरें लीक कीं, तो इज़राइल ने एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा दिया कि उसे पकड़ा जा सके| यहां पर उन्होंने किसी पुरुष जासूस के बजाय महिला एजेंट का इस्तेमाल किया| उसने अपनी मासूम खूबसूरती का झांसा देकर उसे इज़राइल लाने का काम किया, जहां जेल भी हुई और उस पर ताउम्र के लिए प्रतिबंध भी लगे|
मोसाद के प्रमुख ने खुद ये बात बताई थी उनकी आधी जासूस महिलाएं ही हैं| वे अपनी नशीली अदाओं में फंसाकर दुश्मन को मदहोश करती हैं| अपने स्त्री होने का पूरा इस्तेमाल करते हुए वे उन जगहों पर भी चली जाती हैं, जहां कोई पुरुष जा नहीं सकता| उनका प्यार सिर्फ और सिर्फ नाटक होता है और इसमें कोई फिजिकल रिलेशन इनवॉल्व नहीं होता| साल 2010 में हमास के ही मिलिट्री विंग फाउंडर अल मबूह की हत्या के ऑपरेशन में महिला मोसाद एजेंट का अहम योगदान था| उसे दुबई के एक होटल में सक्सिनीकोलनी का इंजेक्शन देकर मारा गया था| मोसाद की महिला एजेंट्स पर कई हॉलीवुड फिल्में भी बनी हैं, जो बताती हैं कि वो ग्लैमर की क्वीन तो हैं लेकिन दिल से बेरहम|