श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 1200 के बजाए अब बैठेंगे 1700 यात्री, होंगे तीन स्टॉपेज

नई दिल्ली| लॉकडाउन की वजह से पिछले दिनों अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों के लिए रेलवे ने सोमवार को नया आदेश जारी किया है। रेलवे के नए ऑर्डर के अनुसार, अब श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 1200 यात्रियों के बजाए, कुल 1700 श्रमिक यात्रा कर सकेंगे। वहीं, ट्रेन तीन स्टेशनों पर भी रुकेगी।

इससे पहले केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से अपील की कि फंसे हुए श्रमिकों के लिए और विशेष रेलगाड़ियों के संचालन को अनुमति दें ताकि वे अगले चार दिनों के अंदर अपने घर पहुंच सकें। देशभर में छह और प्रवासियों की मौत हो गई है। प्रवासी मजदूर कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के दौरान खतरा मोलकर और कठिनाइयां सहकर यात्रा कर रहे हैं।

रेलवे ने कहा कि एक मई से इसने अभी तक 366 ऐसी श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों का संचालन किया है और करीब चार लाख प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाया है। केंद्र द्वारा अपने घरों तक पहुंचने के लिए फंसे श्रमिकों की खातिर विशेष रेलगाड़ियां चलाने की अनुमति देने के बावजूद उनमें से कई निजी वाहनों के मार्फत अनधिकारिक रूप से यात्रा कर रहे हैं या इस गर्मी में सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल रहे हैं।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सभी राज्यों से अपील की है कि प्रवासी श्रमिकों के लिए चलाई जाने वाली विशेष रेलगाड़ियों के संचालन की अनुमति दें ताकि फंसे लोग अगले तीन-चार दिनों में अपने घर पहुंच सकें। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस तरह की रेलगाड़ियां चलाने की अनुमति देने के लिए पत्र लिखने के बाद रेल मंत्री ने यह अपील की है।

गोयल ने रविवार को ट्वीट किया, ‘माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देशों के मुताबिक रेलवे बेहद कम समय के नोटिस पर प्रतिदिन 300 श्रमिक विशेष रेलगाड़ियां चलाने के लिए बीते छह दिनों से तैयार है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं सभी राज्यों से अपील करता हूं कि अपने फंसे श्रमिकों को निकालने और वापस लाने की अनुमति दें ताकि अगले तीन-चार दिनों में हम उन सभी को वापस घर पहुंचा सकें।’

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