अपनी शर्तों पर’ जीवन जीना चाहती हूं’ : सानिया मिर्जा

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न्यूज़ डेस्क | सानिया ने टेनिस में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए आश्चर्यजनक सफलता हासिल की है| उनकी सफलता के आसपास कोई भी भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी नहीं है| मौजूदा खिलाड़ियों को भी देखें तो निकट भविष्य में सानिया के बराबर सफलता हासिल करने की काबलियत किसी में भी नजर नहीं आ रही है| इस 36 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि मुझे लगता है कि एक समाज के रूप में यही वह जगह है जहां हम शायद बेहतर कर सकते हैं| हमें सिर्फ इसलिए लोगों की प्रशंसा या बुराई नहीं करनी चाहिए क्योंकि वे कुछ अलग कर रहे हैं|

सानिया की झोली में छह ग्रैंड स्लैम युगल खिताब है| उन्होंने कहा कि मैं खुद ईमानदारी के साथ रहने की कोशिश करती हूं और मैंने जिंदगी को अपनी शर्तों पर जीने की कोशिश की है| आप नियम तोड़ रहे हैं क्योंकि आप कुछ ऐसा कर रहे हैं जो आप करना चाहते हैं| यह एक ऐसी चीज है जिस पर मुझे बहुत गर्व है क्योंकि यह जरूरी नहीं कि मैं दूसरों से अलग रहूं| मैं आपके लिए अलग हो सकती हूं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं कोई बागी हूं, या किसी तरह के नियम तोड़ रही हूं|

अंतरराष्ट्रीय टेनिस से संन्यास की घोषणा कर चुकी सानिया ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैंने किसी नियम या बंधन को तोड़ा हैं| ये कौन लोग हैं जो इन नियमों को बना रहे हैं और ये कौन लोग हैं जो  आदर्श होने की परिभाषा गढ़ रहे हैं| दुबई में अपना आखिरी डब्ल्यूटीए टूर्नामेंट खेल रही सानिया ने कहा कि मुझे लगता है कि हर व्यक्ति अलग है और हर व्यक्ति को अलग होने की स्वतंत्रता होनी चाहिए|

रीसेंट पोस्ट्स

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