गौरव पथ के चौड़ीकरण में लापरवाही, धंस सकती है सड़क: खुदाई के चलते जेल का सिवरेज पानी रुका, उठने लगी है दुर्गंध

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दुर्ग (चिन्तक)। गौरव पथ चौड़ीकरण के कार्य में ठेकेदार द्वारा भारी लापरवाही बरती जा रही है और ड्राइंग डिजाईन के अनुरूप काम नहीं किया जा रहा है। परिणाम स्वरूप साढ़े पांच करोड़ की लागत से किए जारहे चौड़ीकरण व सौन्दर्यीकरण पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। मौजूदा निर्माण को देखकर लोगों का अनुमान है कि इस सड़क का लंबे समय तक टिकाउ और सुरिक्षत रह पाना मुश्किल है।

यहां गौरतलब है कि शहर में महत्मा गांधी प्रतिमा से जेल तिराहा का मार्ग गौरव पथ के नाम से जाना जाता है। गौरव पथ की सड़क शहर की सबसे मजबूत और चौड़ी सड़को में से एक रही है। नगर निगम द्वारा साढ़े पांच करोड़ की लागत से इस सड़क के चौड़ी करण व सोंन्दर्यीकरण का काम शुरू किया गया है। चौड़ीकरण में सड़क के दोनों किनारे दो-दो फीट की खुदाई करके उसमें मुरूम व गिट्टी डालकर मजबूत बेस बनाने का काम करना है लेकिन ठेकेदार द्वारा आधे फीट की खदाई करके आनन फानन में गिट्टी डालकर काम निपटाया जा रहा है। इससे सड़क के कभी भी धंस जाने का खतरा बढ़ गया है।

अव्यवस्थित तरीके से हो रहा है काम
गौरवपथ निर्माण के कार्य में नगर निगम के इंजीनियरों द्वारा निरीक्षण नहीं किया जा रहा है। पूरे काम को ठेकेदार के भरोसे छोड़ दिया गया है। ठेकेदार द्वारा एक तरफ लगातार खुदाई करके बेस डालकर पूरा किरने की बजाय जगह-जगह गड्ढा कर खुला छोड़ दिया गया है। इसके कारण दुर्घटना की संभावना बन गई है। कार्य के अव्यवस्थित तरीके से किए जाने से लोगों में भारी नाराजगी है। इस मार्ग में नगर निगम अन्य सरकारी दफ्तर, स्कूल, कॉलेज के साथ अस्पताल व मेडिकल स्टोर्स के सहित सब्जी मार्केट भी संचालित है। आम नागरिकों को इससे भारी परेशानी हो रही है।

जेल के गंदे पानी के जमाव से उठ रही है दुर्गंध
सड़क चौड़ीकरण के कार्य में की जा रही खुदाई से गौरव पथ की नालियां जाम हो गई है और पानी की निकासी बंद हो गई है। इस परिस्थिति में जेल से निकल रहा गंदा पानी जेल की ही बाउंड्रीवाल में जमा हो गया है। पानी के लगातार जमाव से भीषण दुर्गंध उठाने लगी है और आसपास के लोगों का जीवन मुश्किल हो गया है। लगातार उठ रहे दुर्गंध से जन स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा पैदा हो गया है।

डेविल ट्री को अभी तक नहीं हटाया
गौरव पथ के चौड़ीकरण के लिए सड़क के किनारे लगे पेड़ों को दूसरी जगह शिफ्टिंग करने के लिए 35 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। कुछ स्थानों में पेड़ों को हटाया भी गया है लेकिन समर्थ मेडिकल के सामने लगाए गए डेविल ट्री को अभी तक नहीं हटाया गया है। बताया गया है कि पेड़ की यह प्रजाति स्वास्थ्य के लिए घातक है। दुर्ग में लगे इन पेडृों को हटाने के लिए विधायक, महापौर कलेक्टर को भी पत्र लिखा गय है ेलकिन इन्हें हटाने कोइ्र कार्यवाही नहीं की जा रही है।

कई बीमारियों के जनक है डेविल ट्री-डॉ. दीक्षित
अंचल के प्रसिद्ध चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. आलोक दीक्षित का कहना है कि डेविल ट्री कई प्रकार की बीमारियों के जनक है। इन पौधों से अस्थमा का खतरा बढ़ जाता है और फेफड़े में केंसर होने की संभावना भी बढ़ जाती है। इन पौधों को हटाने के लिए उन्होंने स्वयं विधायक व महापौर को पत्र लिखा है। ये पौधे जन स्वस्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। यदि इन्हें हटाने का पहल नहीं की गई तो बड़ी संख्या में लोग कई तरह की बीमारियों का शिकार बन सकते हैं।

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